मुंबई, 13 जून भुगतान क्षेत्र की प्रमुख कंपनी पेटीएम के निदेशक मंडल ने 22,000 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री योजना को मंजूरी दे दी है। ऐसे में आने वाले दिनों में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का बाजार काफी बड़ा रहने की उम्मीद है। वित्तीय प्रौद्योगिकी सहित करीब एक दर्जन वित्तीय सेवा कंपनियां चालू वित्त वर्ष के दौरान 55,000 करोड़ रुपये से अधिक के आईपीओ लाने की तैयारी कर रही हैं। निवेश बैंकरों ने यह जानकारी दी।
एक दर्जन से अधिक बीमा, संपत्ति प्रबंधन, वाणिज्यिक बैंकिंग, गैर-बैंक, सूक्ष्म वित्त, आवास वित्त और भुगतान बैंक कंपनियों ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कराए हैं। ऐसे में आगामी महीनों में आईपीओ बाजार में वित्तीय सेवा क्षेत्र का दबदबा रहने की उम्मीद है।
जिन कंपनियों ने सेबी के पास आईपीओ के लिए दस्तावेज जमा कराए हैं उनमें आधार हाउसिंग फाइनेंस (7,500 करोड़ रुपये), पालिसी बाजार (4,000 करोड़ रुपये), एप्टस हाउसिंग फाइनेंस (3,000 करोड़ रुपये), स्टार हेल्थ इंश्योरेंस (2,000 करोड़ रुपये), आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी (1,500 से 2,000 करोड़ रुपये), आरोहण फाइनेंशियल सर्विसेज (1,800 करोड़ रुपये), फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस (1,700 करोड़ रुपये), फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक (1,330 करोड़ रुपये), तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक (1,000-1,300 करोड़ रुपये), मेदी एसिस्ट (840 करोड़ रुपये) ओर जन स्मॉल फाइनेंस बैंक (700 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
इसके अलावा सबसे बड़े भुगतान बैंक पेटीएम के निदेशक मंडल ने 22,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को मंजूरी दे दी है। यदि पेटीएम का आईपीओ आता है तो यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजय कुमार ने आईपीओ बाजार का प्रदर्शन काफी हद तक द्वितीयक बाजार के प्रदर्शन से जुड़ा होता है।
विजयकुमार ने कहा, ‘‘यदि शेयर बाजार में तेजी है तो इससे बड़ी संख्या में निवेशक आईपीओ बाजार के प्रति आकर्षित होते हैं। विशेषरूप से नए निवेशक ऊंचे संभावित लाभ के लिए आईपीओ बाजार का रुख करते हैं।’’
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