(तस्वीरों के साथ)
पोर्ट मोरेस्बी, 22 मई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के अपने समकक्ष जेम्स मारापे के साथ सोमवार को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की तथा वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशांत द्वीपीय देश की प्राथमिकताओं के लिए भारत के सहयोग को दोहराया. यह भी पढ़ें: PM Modi Australia Visit: ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज ने लिखा दिल छू लेने वाला नोट, कहा 'भारतीय प्रधानमंत्री की मेजबानी कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं'
उन्होंने पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर जनरल बॉब डाडे से भी अलग से मुलाकात की और उनसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पोर्ट मोरेस्बी में इला बीच के किनारे स्थित ऐतिहासिक एपेक हाउस पहुंचे। प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया.’’
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मारापे के साथ बातचीत में मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत करने तथा ‘फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कॉरपोरेशन’ के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी के लिए भी अपने समकक्ष का आभार जताया. एफआईपीआईसी का गठन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा के दौरान किया गया था. यह शिखर सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रह है जब चीन क्षेत्र में अपनी सैन्य और कूटनीतिक ताकत बढ़ाने के प्रयास कर रहा है.
बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने अपने द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लिया और व्यापार तथा निवेश, स्वास्थ्य, क्षमता निर्माण, कौशल विकास और सूचना प्रौद्योगिकी समेत विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने संबंधी कदमों और लोगों के बीच परस्पर संबंधों को बढ़ावा देने से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की.
मारापे के साथ हाथ मिलाते हुए अपनी एक तस्वीर साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री जेम्स मारापे और मैंने काफी सार्थक बातचीत की जिसमें भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों के हर पहलू पर चर्चा की गयी। हमने वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल तथा जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहयोग के तरीकों पर चर्चा की.’’
बैठक के दौरान मोदी और मारापे ने तमिल में लिखी काव्य रचना ‘तिरुक्कुरल’ का पापुआ न्यू गिनी की टोक पिसिन में अनुवादित कृति का विमोचन भी किया। यह अनुवादित पुस्तक विद शुभा शशिंद्रन और पापुआ न्यू गिनी के वेस्ट न्यू ब्रिटेन प्रांत के गवर्नर शशिंद्रन मुथुवेल ने लिखी है। पुस्तक में प्रधानमंत्री मारापे का एक कथन भी है.
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