PM नरेन्द्र मोदी ने जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति खत्म की: जे.पी. नड्डा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की उस राजनीतिक संस्कृति में बदलाव किया है जिसमें कभी जातिवाद, वंशवाद और तुष्टिकरण हावी हुआ करता था.
जबलपुर (मध्यप्रदेश), 2 अप्रैल : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की उस राजनीतिक संस्कृति में बदलाव किया है जिसमें कभी जातिवाद, वंशवाद और तुष्टिकरण हावी हुआ करता था. उन्होंने कहा कि मोदी ने इस राजनीतिक संस्कृति की जगह विकास की प्रवृत्ति स्थापित की. लोकसभा चुनाव से पहले, जबलपुर में प्रबुद्ध जनों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए नड्डा ने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन "इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’’ (‘इंडिया’) भ्रष्ट और वंशवादी नेताओं का समूह है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने देश की राजनीतिक संस्कृति में बदलाव किया है. मैं चाहता हूं कि जनता वोट बैंक की सियासत की वह पुरानी राजनीतिक शैली याद करे जो केवल जाति पर केंद्रित थी.’’
नड्डा ने आरोप लगाया कि कभी जाति आधारित राजनीति देश की सियासत का मुख्य एजेंडा हुआ करती थी. उन्होंने कहा, "उन दिनों राजनीति करने का दूसरा तरीका वंशवादी शासन था. केवल एक परिवार के सदस्य आगे रहते थे, जबकि बाकी लोगों को सिर्फ ताली बजानी होती थी." नड्डा ने यह भी कहा कि पहले देश में तुष्टिकरण की राजनीति हावी थी. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ''...लेकिन आज हम कह सकते हैं कि मोदी के आने के बाद वंशवाद की राजनीति, जातिवाद की राजनीति और तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो गई है और देश में विकास की नयी राजनीति शुरू हुई है.'' यह भी पढ़ें : गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को मुजफ्फरनगर में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे
उन्होंने कहा कि पहले जनता को विश्वास दिला दिया गया था कि देश में कुछ भी नहीं बदलेगा और सब कुछ वैसे ही चलता रहेगा. नड्डा ने दावा किया, "हमारे मन में यह बात बैठ गई थी कि हम देश में कोई बदलाव नहीं देख पाएंगे और हमें समझौता करना होगा. आम लोगों के मन में यह बात बैठ गई थी कि बदलाव असंभव है और उनके पास हालात से समझौते के अलावा कोई विकल्प नहीं है." भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 10 साल पहले प्रधानमंत्री के रूप में मोदी के कमान संभालने के बाद जनता की यह मानसिकता बदल गई है.
नड्डा ने कहा, "आम आदमी की मानसिकता बदल गई है और वह विश्वास करने लगा है कि चीजें बदल सकती हैं. चीजें बदल गई हैं और बदलती रहेंगी. यह देश में एक राजनीतिक बदलाव है." विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया’’ पर हमला बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि विपक्ष के इस गठजोड़ में वे नेता शामिल हैं जो अपने भ्रष्टाचार पर परदा डालना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी ने भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है, तो दूसरी तरफ ‘‘इंडिया’’ गठबंधन है. उन्होंने कहा कि जनता को तय करना चाहिए कि वे किस तरह की राजनीति पसंद करते हैं.
नड्डा ने कहा, ‘‘देश में विकास हो रहा है. देश प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है. भ्रष्टाचारियों को झटका लगा है. इंडिया गठबंधन के नेता अपने परिवार के साथ ही खुद को भी भ्रष्टाचार से लगने वाले झटके से बचाने के लिए लड़ रहे हैं." विपक्षी गठजोड़ पर कटाक्ष करते हुए भाजपा प्रमुख ने दावा किया कि ‘‘इंडिया’’ गठबंधन के आधे सदस्य या तो जमानत पर बाहर हैं या जेल में हैं. उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी जमानत पर हैं, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री जेल में हैं.’’
नड्डा ने अपने भाषण में कांग्रेस के साथ ही फारुक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेन्स, महबूबा मुफ्ती नीत पीडीपी, शिरोमणि अकाली दल, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और अन्य पार्टियों का उल्लेख किया और ‘‘इंडिया’’ गठबंधन के घटक दलों को ‘‘वंशवादी’’ करार दिया. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, "कांग्रेस अब सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की पार्टी बन गई है क्योंकि अन्य सभी नेता उन्हें छोड़ चुके हैं."