नयी दिल्ली, 24 फरवरी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्थायी समिति के छह सदस्यों के चयन के लिए नए सिरे से कराए जा रहे मतदान के दौरान शुक्रवार को अपराह्न दो बजे तक 250 पार्षदों में से 85 प्रतिशत से अधिक ने मतदान किया।
मतदान पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे आरंभ हुआ और अपराह्न दो बजे तक करीब 220 पार्षदों ने अपना वोट डाल दिया था।
दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय के आदेश पर स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार को नए सिरे से मतदान हुआ।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने समिति के सदस्यों के चुनाव के लिए पुन: मतदान कराए जाने की मांग की थी।
भाजपा के कुछ पार्षदों ने ‘जय श्री राम’ और मोदी के समर्थन में नारे लगाए, जबकि ‘आप’ (आम आदमी पार्टी) सदस्यों ने ‘आम आदमी पार्टी जिंदाबाद’ और ‘अरविंद केजरीवाल जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
‘आप’ के बागी नेता पवन सहरावत ने भी मतदान किया। इस बीच उनके पूर्व पार्टी सहयोगियों ने उनका मजाक उड़ाया और कई ने उन्हें ‘‘विश्वासघाती’’ कहा।
आप के सदन के नेता मुकेश गोयल, उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल, महापौर के चुनाव में ओबेरॉय से हारने वाली भाजपा की पार्षद रेखा गुप्ता, दक्षिण दिल्ली के पूर्व महापौर कमलजीत सहरावत और ट्रांसजेंडर समुदाय के पहले पार्षद एवं आप सदस्य बोबी ने वोट डाला। सीलमपुर वार्ड से पार्षद शकीला बेगम ने भी मतदान किया।
स्थायी समिति के छह सदस्यों के लिए सात प्रत्याशी मैदान में हैं। आप ने आमिल मलिक (श्री राम कॉलोनी वार्ड), रमिंदर कौर (फतेह नगर वार्ड), मोहिनी जीनवाल (सुंदर नगरी वार्ड) और सारिका चौधरी (दरियागंज वार्ड) को उम्मीदवार बनाया है। कमलजीत सहरावत (द्वारका-बी वार्ड) और पंकज लूथरा (झिलमिल वार्ड) भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। निर्दलीय पार्षद गजेंद्र सिंह दराल भी उम्मीदवार हैं। वह बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।
ओबेरॉय ने बीच-बीच में पार्षदों को याद दिलाया कि मतदान केंद्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है।
स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव कराने की एक और कोशिश करने के लिए एमसीडी की बैठक शुक्रवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे पुन: शुरू हुई। इससे एक दिन पहले सदन की कार्यवाही आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पार्षदों के बीच झड़प और हंगामे के कारण दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी।
‘आप’ की नेता शैली ओबेरॉय को दिल्ली का नया महापौर चुने जाने के कुछ ही घंटों बाद एमसीडी के निर्णय लेने वाले सर्वोच्च निकाय- स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव कराने के लिए सदन की कार्यवाही बुधवार शाम सवा छह बजे शुरू हुई थी, लेकिन इस दौरान भाजपा सदस्यों के कड़े विरोध, ‘हाई-वोल्टेज’ ड्रामा, नारेबाजी और 12 से अधिक बार स्थगन के बाद महापौर ने इसे दिनभर के लिए स्थगित कर दिया था।
सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने के बाद ओबेरॉय ने सभी सदस्यों से गरिमा बनाए रखने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने महापौर, उपमहापौर और स्थायी समिति के छह सदस्यों के पदों पर चुनाव कराने का आदेश दिया है, लेकिन हंगामा किया गया और स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव नहीं हो सका। हम सभी सदन के सम्मानित सदस्य हैं और हमें गरिमा बनाए रखनी चाहिए।’’
ओबेरॉय ने सदन में घोषणा की कि स्थायी समिति के सदस्यों को चुनने के लिए नए सिरे से मतदान होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान मतदान क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
उच्चतम न्यायालय ने 17 फरवरी को महापौर, उपमहापौर और नगर निकाय की स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की तारीख तय करने के वास्ते दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पहली बैठक बुलाने के लिए 24 घंटे के भीतर नोटिस जारी करने का आदेश दिया था। न्यायालय ने ओबेरॉय की याचिका पर सुनवाई के बाद यह आदेश जारी किया था।
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