जरुरी जानकारी | बाजार में तेजी जारी, सेंसेक्स 569 अंक उछलकर पहली बार 61,000 के ऊपर बंद

मुंबई, 14 अक्टूबर शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला छठे कारोबारी दिवस बृहस्पतिवार को भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दोनों रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुए। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच वृहत आर्थिक आंकड़ा बेहतर रहने से धारणा मजबूत हुई।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 568.90 अंक यानी 0.94 प्रतिशत चढ़कर पहली बार 61,000 अंक के ऊपर 61,305.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह रिकार्ड 61,353.25 अंक तक चला गया था।

इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 176.80 अंक यानी 0.97 प्रतिशत की तेजी के साथ नये रिकार्ड स्तर 18,338.55 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक रिकार्ड 18,350.25 अंक तक चला गया था।

सेंसेक्स के शेयरों में करीब तीन प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में आईटीसी रहा। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।

दूसरी तरफ टीसीएस, एचसीएल टेक, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स और भारती एयरटेल गिरावट वाले शेयरों में शामिल हैं।

सेंसेक्स के 22 शेयर लाभ में जबकि आठ नुकसान में रहें।

पिछले छह कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 2,116 अंक से अधिक यानी 3.57 प्रतिशत जबकि निफ्टी 692 अंक यानी 3.92 प्रतिशत मजबूत हुआ है।

साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,246.89 अंक यानी 2.07 प्रतिशत और निफ्टी 443.35 अंक यानी 2.47 प्रतिशत अंक मजबूत हुए।

बाजार दशहरा के मौके पर शुक्रवार को बंद रहेगा।

क्षेत्रवार बीएसई बैंक, वित्त, धातु, रियल्टी, पूंजीगत सामान और मूल सामग्री से जुड़े शेयर 1.67 प्रतिशत तक मजबूत हुए। जबकि वाहन सूचकांक नुकसान में रहें। मिडकैप और स्मॉलकैप (मझोली और छोटी कंपनियों) सूचकांक 0.54 प्रतिशत मजबूत हुए।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में लगातार तेजी का माहौल बना हुआ है। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख, मुद्रास्फीति के अनुकूल आंकड़े और प्रमुख कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणाम से आईटी शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती रही।’’

थोक कीमत आधारित मुद्रास्फीति सितंबर महीने में नरम होकर 10.66 प्रतिशत रही। मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं के दाम नरम होने से थोक महंगाई दर कम हुई है। हालांकि कच्चे तेल के दाम में तेजी बनी हुई है।

खाद्य वस्तुओं के दाम कम होने से खुदरा मुद्रास्फीति भी सितंबर महीने में घटकर पांच महीने के निम्न स्तर 4.4 प्रतिशत पर रही।

नायर ने कहा कि बैंक शेयरों ने भी तेजी में योगदान दिया और दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम आने को देखते हुए इस पर निवेशकों की नजर बनी रह सकती है।

एशिया के अन्य बाजारों में सियोल और टोक्यो मजबूत लाभ के साथ बंद हुए। वहीं शंघाई बाजार नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में सकारात्मक रुख रहा।

इस बीच, अंतररराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.02 प्रतिशत बढ़कर 84.03 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे मजबूत होकर 75.26 पर बंद हुआ।

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