देश की खबरें | मणिपुर के छात्र संगठन ने शाह के अवैध प्रवासी संबंधी बयान के खिलाफ रैली निकाली

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मणिपुर के ‘ज्वायंट स्टूडेंट्स बॉडी’ (जेएसबी) ने संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिये गये उस बयान के विरोध में चुराचांदपुर में शनिवार को रैली निकाली, जिसमें कहा गया था राज्य का वर्तमान संकट म्यामां से अवैध प्रवासियों की घुसपैठ की वजह से पैदा हुआ है।

चुराचांदपुर/इंफाल, 19 अगस्त मणिपुर के ‘ज्वायंट स्टूडेंट्स बॉडी’ (जेएसबी) ने संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिये गये उस बयान के विरोध में चुराचांदपुर में शनिवार को रैली निकाली, जिसमें कहा गया था राज्य का वर्तमान संकट म्यामां से अवैध प्रवासियों की घुसपैठ की वजह से पैदा हुआ है।

जेएसबी ने गृहमंत्री से अपना रूख स्पष्ट करने का अनुरोध किया। जेएसबी में जोमी स्टूडेंट्स फेडरेशन (जेडएसएफ), कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (केएसओ) और हमार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एचएसए) शामिल हैं।

शाह ने नौ अगस्त को संसद में कहा था कि म्यामां में 2021 में सैन्य शासक द्वारा उग्रवादियों के विरूद्ध कार्रवाई करने के बाद वहां से बड़ी संख्या में कुकी शरणार्थियों के आने से मणिपुर में समस्या शुरू हुई।

शाह ने कहा था कि कुकी शरणार्थी मणिपुर घाटी में जंगलों में बसने लगे, जिससे इस क्षेत्र में जनसांख्यिकी में बदलाव का डर पैदा होने लगा। उन्होंने कहा था कि अशांति तब शुरू हुई, जब ये अफवाह फैलने लगी कि इन शरणार्थी बस्तियों को गांव घोषित कर दिया गया है।

जेएसबी ने देश के सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता के इस बयान पर भी अपनी नाखुशी प्रकट की कि आरआईएमएस और जेएनआईएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में पड़े ज्यादातर शव अवैध प्रवासियों के हैं।

उसने कहा, ‘‘ कुकी-जो आदिवासियों ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और वे मांग करते हैं कि सॉलिसीटर जनरल वैध सबूत के साथ सामने आयें।’’

केंद्र और मणिपुर सरकार की ओर से पेश हुए मेहता ने एक अगस्त को उच्चतम न्यायालय में कहा था कि ‘‘ ज्यादातर लावारिस शव घुसपैठियों के हैं।’’

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि कुकी-जो आदिवासी बुद्धिजीवियों और नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया जाना उनकी आवाज दबाने की कोशिश है।

यह रैली लमका पब्लिक ग्राउंड से शुरू हुई और टिपईमुख रोड, आईबी रोड और टेडिम रोड से गुजरते हुए ‘वाल ऑफ रिमेम्बरेंस’ पर समाप्त हुई।

इस बीच, आयुक्तों और अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर की अर्थव्यवस्था के समग्र परिदृश्य पर चर्चा की तथा विकास अवसरों , चुनौतियों और प्रस्तावित रणनीतियों पर विचार किया।

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