इंफाल, चार अगस्त मणिपुर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि विभिन्न जिलों में हाल में हुई हिंसा के बाद संयुक्त बलों ने संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाकर सात अवैध बंकरों को नष्ट किया।
अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर सरकार ने आम लोगों को आवश्यक सामान खरीदने की सुविधा देने के लिए इंफाल ईस्ट और वेस्ट जिलों में शुक्रवार को सुबह पांच बजे से सात घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी है।
पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सुरक्षा बलों ने राज्य के संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया। कौत्रुक पहाड़ी क्षेत्र में संयुक्त सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाकर सात अवैध बंकर को नष्ट कर दिया।’’
राज्य के विभिन्न जिलों में जातीय हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद प्रशासन ने बृहस्पतिवार को पूर्व घोषित छूट को वापस लेते हुए एहतियात के तौर पर दोनों जिलों में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था।
इंफाल ईस्ट और वेस्ट के जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि आम लोगों को दवाओं और खाद्य सामग्री सहित आवश्यक सामान खरीदने की सुविधा प्रदान करने के लिए शुक्रवार को सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है।
एक जिला अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार को बिष्णुपुर के तेराखोंगसांगबी में अज्ञात बंदूकधारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई गोलीबारी में एक 35 वर्षीय महिला घायल हो गई थी।
उन्होंने बताया कि महिला की पहचान अरिबम वाहिदा बीबी के रूप में हुई है। महिला के हाथ में गोली लगी थी और इंफाल के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले बृहस्पतिवार को बिष्णुपुर जिले के नारानसेना स्थित द्वितीय इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के मुख्यालय में घुसकर भीड़ ने हथियार और गोला-बारूद लूट लिए थे।
अधिकारियों के मुताबिक, भीड़ ने विभिन्न बंदूक की 19,000 राउंड से अधिक गोलियां, एके सीरीज की एक असॉल्ट राइफल, तीन ‘घातक’ राइफल, 195 सेल्फ-लोडिंग राइफल, पांच एमपी-4 बंदूक, 16.9 एमएम की पिस्तौल, 25 बुलेटप्रूफ जैकेट, 21 कार्बाइन, 124 हथगोले सहित अन्य हथियार लूट लिए।
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ जुटने पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद बृहस्पतिवार को बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फौगाकचाओ में शवों को दफनाए जाने वाले स्थल की ओर निकाले जा रहे जुलूस को रोकने के लिए सेना और त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस दौरान हुई झड़पों में 25 से अधिक लोग घायल हो गए।
कुकी-जोमी समुदाय के संगठन ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) ने राज्य में जातीय हिंसा में मारे गए 35 लोगों के शव बृहस्पतिवार को हाओलाई खोपी गांव में एक स्थल पर दफनाने की योजना बनाई थी, जिससे मणिपुर के कई जिलों में तनाव पैदा हो गया था।
मणिपुर उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि प्रस्तावित दफन स्थल पर यथास्थिति बनाए रखी जाए।
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