देश की खबरें | महाराष्ट्र : मराठवाड़ा क्षेत्र में इस साल अधिक बारिश हुई

औरंगाबाद, दो अक्टूबर महाराष्ट्र में सूखाग्रस्त क्षेत्र माने जाने वाले मराठवाड़ा में मॉनसून के दौरान होने वाली औसतन 679.5 मिलीमीटर बारिश की तुलना में इस साल 1,041.5 मिलीमीटर बारिश हुई है और इसके कुछ हिस्सों में अब भी भारी बारिश हो रही है। यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी।

मराठवाड़ा के तहत आठ जिले औरंगाबाद, लातूर उस्मानाबाद, परभणी, नांदेड़, बीड, जालना और हिंगोली आते हैं।

अधिकारियों ने पहले बताया था कि मराठवाड़ा में पिछले चार महीनों में अत्यधिक बारिश के कारण कम से कम 91 लोगों की मौत हुई है और 25 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि बर्बाद हो गई है।

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मराठवाड़ा में चार जिलों के कुछ क्षेत्रों में शुक्रवार और शनिवार के बीच भारी बारिश हुई। सबसे अधिक 107.25 मिलीमीटर बारिश शनिवार को दोपहर 12 बजे तक 24 घंटों में औरंगाबाद जिले में पैठण तहसील के विहामांडवा क्षेत्र में दर्ज की गई।’’

उन्होंने बताया कि औरंगाबाद, बीड, जालना और परभणी जिलों के 12 क्षेत्रों में में शुक्रवार से 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। विहामांडवा के अलावा औरंगाबाद, बालानगर (औरंगाबाद जिला), रामनगर, जमखेड, तलानी (जालना जिला), बीड सर्किल और सिरसला (बीड जिला) में भारी बारिश हुई। परभणी में तकली-कुंभकर्ण, कुप्ता और सोनपेठ में बारिश हुई।

अधिकारी ने कहा कि भारी बारिश के कारण औरंगाबाद के नरेगांव इलाके में जलभराव और बाढ़ की खबरें हैं।

सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र के सबसे बड़े जायकवाड़ी बांध में शनिवार सुबह जलस्तर 99.06 प्रतिशत दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि बांध के 18 द्वारों को 1.5 फुट की ऊंचाई तक खोल दिया गया है और गोदावरी नदी में अभी तक 28,296 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

औरंगाबाद के संरक्षक मंत्री सुभाष देसाई ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिले में बारिश की स्थिति का जायजा लिया।

जिलाधीश सुनील चह्वाण ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘सितंबर के आखिरी सप्ताह में भारी बारिश के कारण जिले में 63,000 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है। बारिश से संबंधित घटनाओं में एक जून से लेकर अब तक जिले में 14 लोगों की मौत हुई है। अभी तक सात मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता दी जा चुकी है।’’

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