उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल को पत्र विवाद पर स्पष्टीकरण देना चाहिए: राकांपा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस बात को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होंने पिछले साल जून में शिवसेना में बगावत के बाद एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए पत्र जारी किया था.
मुंबई, 26 जनवरी : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को इस बात को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होंने पिछले साल जून में शिवसेना में बगावत के बाद एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए पत्र जारी किया था. राकांपा ने कहा कि इस मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का स्पष्टीकरण अस्वीकार्य है. राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के मुख्य .प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि पूरा प्रकरण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा समर्थित सरकार की संवैधानिक वैधता पर सवाल उठाता है.
पत्रकारों से बात करते हुए तापसे ने कहा, “सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत एक हालिया प्रश्न से पता चला है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए कोई पत्र जारी नहीं किया था. अगर राज्यपाल का कार्यालय कह रहा है कि ऐसा कोई पत्र नहीं दिया गया था, तो यह इस सरकार की संवैधानिक वैधता पर सवाल उठाता है. पिछले साल जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के पतन के बाद, शिंदे ने 50 विधायकों और भाजपा के समर्थन से एक नई सरकार बनाई थी. यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार से पूछा, तीस्ता, उनके पति को जेल वापस क्यों भेजना चाहते हैं
जब तापसे ने मंगलवार को शिंदे-भाजपा सरकार को असंवैधानिक कहा, तो फडणवीस ने उनका प्रतिवाद करते हुए कहा, “पत्र (शपथ ग्रहण के लिए शिंदे और उन्हें आमंत्रित करने वाला) राज्यपाल कोश्यारी के पास है क्योंकि इससे संबंधित एक मामला उच्चतम न्यायालय के समक्ष लंबित है. हमारी सरकार संवैधानिक और कानूनी है.”