ताजा खबरें | सत्ता पक्ष और विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही बाधित

नयी दिल्ली, 20 मार्च कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र को लेकर लंदन में दिए गए बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों और अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग को लेकर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने सोमवार को हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के सात मिनट बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

प्रश्नकाल आरंभ होने के साथ ही साथ ही सत्तापक्ष और विपक्ष, दोनों तरफ से नारेबाजी शुरू हो गई। भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने राहुल गांधी से उनके बयान लिए माफी मांग करते हुए नारेबाजी की तो विपक्षी सदस्यों ने जेपीसी की मांग को लेकर नारे लगाए।

कांग्रेस सदस्यों ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी द्वारा दिए एक बयान को लेकर दिल्ली पुलिस के अधिकारियो के उनसे जानकारी मांगने से जुड़े विषय को लेकर भी नारेबाजी की।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से शोर-शराबा बंद करने और सदन चलने देने की अपील की।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रश्नकाल के बाद आपको (विपक्षी सदस्य) पर्याप्त मौका दूंगा। प्रश्नकाल चलने दें। जो भी सदस्य नियमों और प्रक्रिया के तहत नोटिस देंगे उन्हें बोलने का अवसर दूंगा। आपसे आग्रह है कि सदन चलने दें।’’

बिरला ने यह भी कहा, ‘‘सदन आपका है, सबको बोलने का अधिकार है। नियमों के तहत आपको मौका मिलेगा।’’

हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने पूर्वाह्न करीब 11 बजकर सात मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

गत सोमवार से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण लगातार पांच दिनों तक लोकसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही और अन्य कामकाज नहीं हो सके।

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