प्रतिनिधि सभा ने शनिवार को विशेष सत्र के दौरान अमेरिका के सहयोगी देशों यूक्रेन, इजराइल व अन्य के लिए 95 अरब अमेरिकी डॉलर की विदेशी सहायता को तत्काल मंजूरी दे दी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि वह फैसले के लिए अमेरिकी सांसदों के आभारी हैं। इससे पहले उन्होंने आगाह किया था कि अमेरिकी सहायता के बिना यूक्रेन युद्ध हार जाएगा।
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “हम अपने देश, इसकी स्वतंत्रता और लोगों को मिले हर तरह के समर्थन की सराहना करते हैं, जिसे रूस मलबे के नीचे दफन करने का प्रयास कर रहा है।”
उन्होंने कहा, “अमेरिका ने युद्ध के पहले दिन से ही अपना नेतृत्व प्रदर्शित किया है। नियमों पर आधारित व्यवस्था कायम करने के लिए बिल्कुल इसी तरह के नेतृत्व की जरूरत है।”
अन्य पश्चिमी देशों और उनसे जुड़े संगठनों ने भी अमेरिकी सहायता पैकेज की सराहना की है।
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेंस स्टॉलटनबर्ग ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “यूक्रेन रूसी युद्ध क्षमताओं को नष्ट करने के लिए नाटो सहयोगियों द्वारा उपलब्ध कराए गए हथियारों का उपयोग कर रहा है। इससे यूरोप और इसमें आने वाले सभी सुरक्षित हैं।”
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि "यूक्रेन, रूस के खिलाफ मिलने वाले हर समर्थन का हकदार है।”
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने उनके बयान का समर्थन करते हुए इसे "इस समय में एक मजबूत संकेत" कहा।
शोल्ज ने एक्स पर पोस्ट किया, “हम एक स्वतंत्र, लोकतांत्रिक और स्वतंत्र देश के लिए लड़ने वाले यूक्रेनियों के साथ खड़े हैं।”
रूस में राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यूक्रेन के लिए सहायता को मंजूरी दिए जाने को "अपेक्षित" बताया।
रूसी समाचार एजेंसी ‘आरआईए नोवोस्ती’ ने पेस्कोव के हवाले से कहा, "यह निर्णय अमेरिका को और अधिक अमीर बना देगा, यूक्रेन को और बर्बाद करेगा और इसके परिणामस्वरूप और भी अधिक यूक्रेनी नागरिक मारे जाएंगे।”
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