नयी दिल्ली, 17 अप्रैल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति ‘‘काफी गंभीर एवं चिंताजनक’’ हो गई है और रोगियों के लिए ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और टोसीलीजुमैब की आपूर्ति में कमी हो गई है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और पिछले 24 घंटे में 24 हजार नए मामले आए हैं। इससे एक दिन पहले कोविड-19 के 19,486 मामले सामने आए थे।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में करीब 24 हजार नए मामले सामने आए हैं। एक दिन के अंदर संक्रमितों की संख्या करीब 19,500 से बढ़कर करीब 24 हजार हो गई है। इसलिए स्थिति काफी गंभीर एवं चिंताजनक है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से बात की और उनसे दिल्ली में कोरोना वायरस के रोगियों के लिए ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और टोसीलीजुमैब की आपूर्ति करने का आग्रह किया।
केजरीवाल ने कहा कि बिस्तरों की संख्या भी कम पड़ती जा रही है और दिल्ली सरकार इन्हें बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या बढ़ाना है।’’
उन्होंने कहा कि अगले तीन-चार दिनों में सरकार छह हजार नए बिस्तर जोड़ेगी, जिसमें 1300 बिस्तर यमुना क्रीड़ा परिसर और 2500 बिस्तर राधास्वामी सत्संग परिसर में बनाए जाएंगे।
केजरीवाल ने ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी जो दिल्ली सरकार के कोविड ऐप पर बिस्तरों की उपलब्धता दिखाने के बावजूद रोगियों को बिस्तर देने से मना कर रहे हैं।
उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि दिल्ली में उसके द्वारा संचालित अस्पतालों में 50 फीसदी बिस्तर कोविड-19 रोगियों के लिए आरक्षित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्रयोगशालाओं पर नजर रखें और सुनिश्चित करें कि अगर उनके पास कोविड-19 के लंबित नमूने हैं तो वे नए नमूने इकट्ठा नहीं करें।
केजरीवाल ने कहा कि कुछ प्रयोगशालाओं ने कोविड-19 से पीड़ित होने के संदिग्ध मरीजों के नमूने अपनी क्षमता से ज्यादा एकत्रित कर लिए जिससे जांच रिपोर्ट में तीन-चार दिनों का विलंब होने लगा।
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