केएफसी ने कश्मीर संबंधी पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर नाराजगी के बाद माफी मांगी

त्वरित सेवा रेस्तरां (क्यूआरएस) श्रृंखला केएफसी ने सोशल मीडिया पर कश्मीर संबंधी पोस्ट को लेकर लोगों की नाराजगी के बाद सोमवार को माफी मांगी. सोशल मीडिया पर कंपनी की पाकिस्तान स्थित फ्रेंचाइजी की पोस्ट में कश्मीर के अलगाववादियों का समर्थन किया गया है.

केएफसी ( photo credit : Wikimedia commons)

नयी दिल्ली, 8 फरवरी : त्वरित सेवा रेस्तरां (क्यूआरएस) श्रृंखला केएफसी ने सोशल मीडिया पर कश्मीर संबंधी पोस्ट को लेकर लोगों की नाराजगी के बाद सोमवार को माफी मांगी. सोशल मीडिया पर कंपनी की पाकिस्तान स्थित फ्रेंचाइजी की पोस्ट में कश्मीर के अलगाववादियों का समर्थन किया गया है. ट्विटर पर केएफसी इंडिया के आधिकारिक अकाउंट से जारी संदेश में कहा गया, ‘‘हम उस पोस्ट के लिए दिल से माफी मांगते हैं, जिसे देश के बाहर से केएफसी के कुछ सोशल मीडिया पर प्रकाशित किया गया. हम भारत का सम्मान करते हैं और सभी भारतीयों की गर्व के साथ सेवा करने के अपने संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध हैं.’’

एक अन्य क्यूएसआर श्रृंखला पिज्जा हट ने भी बयान जारी करके कहा है कि वह सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्ट की सामग्री से न तो सहमत है और न ही उसका समर्थन करता है. सोशल मीडिया पर केएफसी के अकाउंट से एक संदेश पोस्ट किया गया था जिसमें कश्मीर के अलगाववादियों का समर्थन किया गया था. पोस्ट में लिखा था ‘‘कश्मीर कश्मीरियों का है.’’ केएफसी अमेरिका स्थित कंपनी यम की सहायक कंपनी है. यम के पास पिज्जा हट और टैको बेल जैसे क्यूएसआर ब्रांड भी हैं. केएफसी ने जून 1995 में बेंगलुरु में एक रेस्तरां खोलकर आधिकारिक तौर पर भारतीय बाजार में प्रवेश किया था. अब यह अपने फ्रेंचाइजी भागीदारों के माध्यम से भारत में 450 से अधिक रेस्तरां का संचालन करता है. यह भी पढ़ें :प्रधानमंत्री मोदी के आरोपों पर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी का पलटवार

इससे पहले रविवार को हुंडई मोटर्स को भी इसी तरह की मुसीबत का सामना करना पड़ा था, जब एक पाकिस्तानी डीलर ने सोशल मीडिया पर कश्मीरी अलगाववादियों का समर्थन करने वाली सामग्री पोस्ट कर दी थी. हुंडई के पाकिस्तानी डीलर के ट्विटर अकाउंट से जो संदेश पोस्ट किया गया था उसमें ‘कश्मीर एकता दिवस’ का समर्थन किया गया था उनके संघर्ष को ‘स्वतंत्रता संघर्ष’ कहा गया है. इस पोस्ट के बाद ट्विटर पर ‘हैशटैग बॉयकाट हुंडई ट्रेंड’ करने लगा और कई लोग हुंडई के उत्पाद नहीं खरीदने की अपील करने लगे. इसके बाद हुंडई मोटर्स इंडिया ने सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी कर स्पष्ट किया था कि वह भारतीय बाजार के प्रति प्रतिबद्ध है.

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