कोच्चि, 19 जून केरल प्रदेश कांग्रेस समिति अध्यक्ष के. सुधाकरन ने शनिवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के उस आरोप का खंडन किया, जिसके तहत गया था कि सुधाकरन ने दशकों पहले उनके दो बच्चों के अपहरण की साजिश रची थी।
साथ ही, सुधाकरन ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि यदि आरोप सही हैं तो विजयन ने उस समय पुलिस में शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई थी।
विजयन ने कोविड-19 की स्थिति पर जानकारी देने के लिए एक दिन पहले संवाददाता सम्मेलन बुलाया था, जिसमें उन्होंने उक्त आरोप लगाए थे।
सुधाकरन ने कहा, “विजयन ने कई आरोप लगाए हैं। वह मुख्यमंत्री की प्रेस वार्ता थी। हमने कल (शुक्रवार) असली पिनराई विजयन को देखा, जो ‘पी आर’ (प्रचार) एजेंसी के आवरण से बाहर थे। उनका रवैया किसी राजनीतिक अपराधी जैसा था। मैं उनकी तरह जवाब नहीं दे सकता। ”
उन्होंने कहा, “विजयन ने आरोप लगाया है कि मेरे एक दिवंगत मित्र ने उन्हें बताया था कि मैंने विजयन के बच्चों का अपहरण करने की साजिश रची थी। वह पूरी बात क्यों नहीं बता रहे हैं? उन्होंने पुलिस में शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई? उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में किसी को नहीं बताया। अपनी पत्नी को भी नहीं। जाहिर है कि अगर बच्चों पर कोई खतरा होगा तो कोई व्यक्ति उनकी मां को बताएगा क्योंकि उसे बच्चों को बचाने की चिंता होगी। क्या इस तरह कोई पिता प्रतिक्रिया करता है?”
सुधाकरन द्वारा एक साक्षात्कार में विजयन पर कुछ टिप्पणी की गई थी, जिस बारे में शुक्रवार को संवाददाताओं के एक सवाल पर विजयन ने यह गंभीर आरोप लगाया था कि वर्तमान केपीसीसी अध्यक्ष के एक नजदीकी व्यक्ति ने उन्हें कई साल पहले बताया था कि सुधाकरन ने विजयन के बच्चों का अपहरण करने की साजिश रची थी।
सुधाकरन ने इस आरोप का खंडन किया और सवाल किया कि मुख्यमंत्री ने इस बारे में विस्तार से क्यों नहीं बताया।
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