देश की खबरें | केरल : टीवीएम की महापौर के घर, कार्यालय के बाहर विपक्ष ने प्रदर्शन किया

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तिरुवनंतपुरम, आठ नवंबर तिरुवनंतपुरम निगम की महापौर आर्या राजेंद्रन द्वारा कथित रूप से लिखे गए उनके एक विवादास्पद पत्र को लेकर विरोध तेज करते हुए विपक्षी सदस्यों ने मंगलवार को काले झंडे दिखाए और यहां उनके घर और वाम शासित नगर निगम के मुख्यालय में उनके कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

निगम में पार्टी कार्यकर्ताओं की अस्थाई नियुक्ति के संबंध में उनके कथित पत्र के मीडिया में सामने आने के बाद से राजेंद्रन पिछले दो दिनों से विपक्षी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना का सामना कर रही हैं।

भाजपा पार्षदों ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की थी और उन्हें मौजूदा विवाद से सोमवार को अवगत कराया था। भाजपा पार्षदों ने नारे लगाते हुए महापौर कार्यालय के सामने ‘‘लेट कर’’ विरोध प्रदर्शन किया।

पार्षदों के समूह में महिलाएं भी थीं, जिन्होंने जमीन पर लेटकर महापौर के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ वरिष्ठ जनप्रतिनिधि कुर्सी पर बैठ गए और प्रदर्शन किया।

उन्होंने प्रदर्शन के तहत महापौर के कार्यालय के सामने पार्टी का झंडा लगा दिया।

राजेंद्रन जब पास के मुदावनमुगल में अपने घर से अपने आधिकारिक वाहन में निकलीं तो विपक्षी कांग्रेस के छात्र संघ केएसयू के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए। बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

महापौर के पहुंचने पर निगम भवन में तनावपूर्ण माहौल हो गया क्योंकि विपक्षी पार्षद उन्हें रोकने और विरोध प्रदर्शन करने के लिए मुख्य द्वार पर इंतजार कर रहे थे। हालांकि, पुलिसकर्मी उन्हें बगल के द्वार से कार्यालय के अंदर ले गए।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जिला सचिव अनवूर नागप्पन को संबोधित आर्या राजेंद्रन द्वारा कथित रूप से लिखे गए पत्र में नगर निगम में अस्थायी पदों पर नियुक्ति के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं की सूची को प्राथमिकता देने की बात कही गई थी। यह कथित पत्र शनिवार को मीडिया में सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया।

हालांकि, युवा महापौर ने दावा किया कि पत्र ‘‘संपादित’’ प्रतीत होता है और उन्हें संदेह है कि यह राजनीति से प्रेरित है तथा इसे उन लोगों ने अंजाम दिया है जो कुछ समय से उनके और पार्टी के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी कांग्रेस और भाजपा द्वारा अपने इस्तीफे की मांग को ‘मजाक’ करार देते हुए खारिज कर दिया।

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