देश की खबरें | केरल: वायलिन वादक बालाभास्कर के पिता का दावा, उनके बेटे की हत्या सोना तस्करी माफिया ने की
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. केरल में दिवंगत ‘वायलिन’ वादक और संगीतकार बालाभास्कर चंद्रन के वाहन चालक को कथित तौर पर सोना लूटने के मामले में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद कलाकार के पिता ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या सोना तस्करी माफिया ने की है।
तिरुवनंतपुरम, 29 नवंबर केरल में दिवंगत ‘वायलिन’ वादक और संगीतकार बालाभास्कर चंद्रन के वाहन चालक को कथित तौर पर सोना लूटने के मामले में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद कलाकार के पिता ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या सोना तस्करी माफिया ने की है।
बालाभास्कर के पिता के. सी उन्नी ने कहा कि इस घटनाक्रम से उनका यह कहना और भी मजबूत हो गया है कि संगीतकार की हत्या की गई और वाहन चालक अर्जुन इसमें शामिल था।
उन्होंने कहा, ‘‘अर्जुन का आपराधिक इतिहास रहा है। हमें दुर्घटना के बाद ही ये जानकारी मिली।’’
उन्नी ने यह भी कहा कि चालक ने त्रिशूर में मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण में मामला दायर कर एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की और दुर्घटना के समय कार, बालाभास्कर द्वारा चलाए जाने का दावा किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस मामले को न्यायालय में लड़ने के लिए एक अधिवक्ता नियुक्त किया है।’’
बालाभास्कर, 25 सितंबर, 2018 को त्रिशूर से तिरुवनंतपुरम लौट रहे थे और इस समय उनकी कार एक पेड़ से टकरा गई थी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं तथा उनकी बच्ची की मौत हो गई थी।
गंभीर चोटों के कारण बाद में बालाभास्कर की भी मृत्यु हो गई जबकि इस घटना में उनकी पत्नी और वाहन चालक अर्जुन की जान बच गई थी।
बालाभास्कर की पत्नी और परिवार ने आरोप लगाया था कि दुर्घटना के समय वाहन अर्जुन चला रहा था और अर्जुन का दावा था कि कार ‘वायलिन’ वादक चला रहे थे।
बाद में यह साबित हो गया कि वाहन वास्तव में अर्जुन ही चला रहा था।
पुलिस द्वारा ‘वायलिन’ वादक की मौत को सड़क दुर्घटना बताए जाने के बाद परिवार की याचिका पर मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया था।
हालांकि, बाद में सीबीआई ने भी इसे सड़क दुर्घटना बताया और इसके बाद परिवार ने न्याय के लिए केरल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
केरल उच्च न्यायालय ने एजेंसी के निष्कर्षों को स्वीकार नहीं किया था और पिछले वर्ष उसे मामले की आगे जांच करने का निर्देश दिया था।
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