तिरुवनंतपुरम, एक नवंबर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने वायनाड में भूस्खलन पीड़ितों के पुनर्वास के लिए वित्तीय सहायता की कथित कमी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
वायनाड में हुए भूस्खलन में 200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
विजयन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित केंद्र सरकार और कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) पर राज्य के विकास के प्रति अनिच्छुक होने का भी आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को मनाए जा रहे राज्य के 68वें स्थापना दिवस ‘केरलप्पिरावी’ से एक दिन पहले 31 अक्टूबर को यह टिप्पणी की थी।
विजयन ने आरोप लगाया कि केरल के प्रति केंद्र की ‘क्रूर उपेक्षा’ इस बात से साफ जाहिर होती है कि वायनाड जिले में विनाशकारी भूस्खलन के 90 दिन बाद भी केंद्र सरकार ने वहां पुनर्वास कार्य के लिए “सहायता के रूप में एक पैसा भी मंजूर नहीं किया है।’’
उन्होंने दावा किया कि प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित अन्य राज्यों के मामले में केंद्र सरकार ने उनके मांगने से पहले ही सहायता दे दी है, लेकिन केरल के मदद मांगने के बावजूद उसे कुछ भी नहीं दिया गया।
विजयन ने आरोप लगाया, ‘‘जानबूझकर और राजनीति से प्रेरित होकर राज्य की उपेक्षा की गई।’’
विजयन ने आरोप लगाया कि राज्य की उपेक्षा के खिलाफ आवाज उठाने के बजाय कांग्रेस नीत विपक्ष मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने ऐसे समय में यह बात कही जब वायनाड लोकसभा क्षेत्र और पलक्कड़ तथा चेलक्कारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं।
उन्होंने दावा किया कि केरल उच्च न्यायालय के निर्देशों और राज्य विधानमंडल के अनुरोध के बावजूद, केंद्र सरकार पुनर्वास कार्य के लिए केरल द्वारा मांगी गई 1,202 करोड़ रुपये की सहायता देने के लिए तैयार नहीं है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)