कश्मीर एनजीओ आतंकवाद वित्त पोषण मामला: एनआईए ने पहली गिरफ्तारी की
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवाद के वित्तपोषण से संबंधित एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) से जुड़े मामले में चल रही जांच के सिलसिले में एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है.
श्रीनगर, 21 मार्च : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवाद के वित्तपोषण से संबंधित एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) से जुड़े मामले में चल रही जांच के सिलसिले में एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. एनआईए के एक प्रवक्ता के मुताबिक अक्टूबर 2020 में दर्ज एनजीओ आतंकवाद के लिए वित्त पोषण मामले की व्यापक जांच के बाद श्रीनगर का इरफान मेहराज पहला आरोपी है, जिसे गिरफ्तार किया गया है.
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ इरफान मेहराज (मानवाधिकार कार्यकर्ता) खुर्रम परवेज का करीबी सहयोगी था और उसके संगठन, जम्मू-कश्मीर नागरिक समूह गठबंधन (जेकेसीसीएस) के साथ काम कर रहा था. ’’ एजेंसी ने आरोप लगाया कि जांच से पता चला है कि जेकेसीसीएस आतंकवादी गतिविधियों को वित्तपोषित कर रहा था और मानवाधिकारों की सुरक्षा की आड़ में घाटी में अलगाववादी एजेंडे का प्रचार भी कर रहा था. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ इस मामले में घाटी के कुछ गैर सरकारी संगठनों, ट्रस्टों और सोसाइटियों के आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों के वित्तपोषण में शामिल होने की जांच की जा रही है. ’’ यह भी पढ़ें : Osama bin Laden की तस्वीर लगाने वाला बिजली विभाग का एसडीओ सेवा से बर्खास्त
एनआईए अधिकारी ने कहा कि कुछ पंजीकृत और अपंजीकृत एनजीओ सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं शिक्षा सहित दान और विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों की आड़ में देश और विदेश में धन एकत्र करते हुए पाए गए हैं एनआईए प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ लेकिन, इनमें से कुछ संगठनों ने लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध विकसित किए हैं. ’’ एनआईए ने परवेज को नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया था और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के आरोप में 13 मई 2022 को छह अन्य लोगों के साथ उसके खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था.