बेंगलुरु, 17 अक्टूबर केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने बृहस्पतिवार को कर्नाटक सरकार पर हिंदुस्तान मशीन टूल्स (एचएमटी) और कुद्रेमुख आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड (केआईओसीएल) के संबंध में झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि वह सार्वजनिक क्षेत्र के दो उपक्रमों से जुड़े दस्तावेजों के साथ राज्य सरकार के साथ चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने इस मामले के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नहीं दी।
इस्पात और भारी उद्योग मंत्री कुमारस्वामी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में उनके हवाले से कहा गया है, “कांग्रेस सरकार एचएमटी और केआईओसीएल के संबंध में झूठ फैला रही है। मैं राज्य सरकार से बहस के लिए तैयार हूं। अगर मैं गलत साबित हुआ, तो जिम्मेदारी लूंगा।”
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को केआईओसीएल मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि समस्याएं हैं, तो उसे उनका समाधान करना चाहिए।
उन्होंने कहा,“मैं राज्य में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को संरक्षित करने के लिए काम कर रहा हूं। मैं मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और वन मंत्री ईश्वर खंड्रे को एक बैठक बुलाने के लिए पत्र लिखूंगा, जहां मैं अपने दस्तावेज पेश करूंगा। यदि केआईओसीएल की गलती हुई तो मंत्री होने के नाते मैं जिम्मेदारी लूंगा। राज्य के हितों का राजनीतिकरण करना अनुचित है।”
कुमारस्वामी ने एचएमटी और केआईओसीएल दोनों के बारे में मीडिया में "लगातार भ्रामक बयान जारी करने" के लिए वन मंत्री की आलोचना की और उनसे "बोलने से पहले दस्तावेजों को पढ़ने और तथ्यों को समझने" का आग्रह किया।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राज्य सरकार की "हठधर्मी" ने केआईओसीएल के लगभग 300 से 400 श्रमिकों को बेरोजगार कर दिया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)