देश की खबरें | पश्चिम बंगाल में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई काली पूजा और दीपावली

कोलकाता, 31 अक्टूबर पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार को काली पूजा और दीपावली हर्षोल्लास के साथ मनाई गई तथा इस अवसर पर रंग-बिरंगी रोशनी से पूजा पंडालों को सजाया गया।

अदालत के पूर्व के आदेश के अनुसार प्रशासन द्वारा केवल हरित पटाखें जलाने की अनुमति दी गई है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी इस नियम का उल्लंघन रोकने के लिए निगरानी कर रहे हैं।

पश्चिम बंगाल में 125 डेसिबल से अधिक ध्वनि उत्पन्न करने वाले पटाखें जलाने की अनुमति नहीं है।

प्रसिद्ध तारापीठ, दक्षिणेश्वर, कालीघाट और अन्य काली मंदिरों में लोगों की लंबी कतारें देखी गईं।

कोलकाता में विभिन्न स्थानों पर लोग पूजा पंडाल देखने के लिए सड़कों पर निकले, जिनमें एमहर्स्ट स्ट्रीट, बोबाजार, एस एन बनर्जी रोड और चेतला क्षेत्र शामिल हैं।

सामुदायिक पूजा पंडालों में दर्शन करने के अलावा लोगों ने अपने घरों में भी काली पूजा का आयोजन किया।

दीपावली पर कई दुकानें दीयों और बिजली की रोशनी से सजाई गईं। लोगों ने मिठाइयां बांटी और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहर के कालीघाट स्थित अपने आवास पर काली पूजा का आयोजन किया और गणमान्य व्यक्तियों सहित आम लोगों को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आयोजित काली पूजा की तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने पूजा-अर्चना भी की।

उन्होंने देवी काली के लिए भोग बनाने का एक वीडियो भी साझा किया।

ममता ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘'मां-माटी-मानुष' की खुशहाली के लिए देवी से मेरी प्रार्थना। यह पूजा मेरी मां ने 1978 में शुरू की थी और यह इसका 46वां वर्ष है।’’

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘दीयों की रोशनी आपके घर को आनंद, खुशी और समृद्धि से रोशन करे।’’

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