![केरल में सत्तारूढ़ LDF को झटका, कांग्रेस ने थ्रिक्काकारा सीट बड़े अंतर से फिर जीती केरल में सत्तारूढ़ LDF को झटका, कांग्रेस ने थ्रिक्काकारा सीट बड़े अंतर से फिर जीती](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2021/11/37-Congress-380x214.jpg)
केरल में प्रचंड जीत के साथ सत्ता में दोबारा आने के एक साल बाद माकपा नीत एलडीएफ को शुक्रवार को तब बड़ा झटका लगा जब कांग्रेस उम्मीदवार उमा थॉमस ने थ्रिक्काकारा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 25,016 मतों के ऐतिहासिक अंतर से जीत दर्ज की. उनकी इस जीत ने दक्षिणी राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के मनोबल को बढ़ाने का काम किया है.
थ्रिक्काकारा सीट के इतिहास में अब तक के सबसे अधिक अंतर के साथ जीत दर्ज करने वाली उमा राज्य विधानसभा में कांग्रेस की अकेली महिला विधायक बनीं. उनके पति एवं कांग्रेस विधायक पीटी थॉमस के असामयिक निधन के कारण यह सीट रिक्त हो गई थी जिसके चलते उपचुनाव कराना पड़ा.
उमा को कुल 72,770 वोट मिले और वह शुरुआत से ही मतगणना के सभी 12 चरणों में एक स्थिर बढ़त बनाए रहीं. उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और वामपंथी उम्मीदवार जो. जोसेफ के खाते में 47,754 मत आए. उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी झटका लगा और इसके उम्मीदवार ए एन राधाकृष्णन को केवल 12,957 वोट मिले. उमा के पति पीटी थॉमस को 2021 के विधानसभा चुनाव में इस निर्वाचन क्षेत्र से कुल 59,839 मत मिले थे और उन्होंने 14,329 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. Rajasthan Elections 2023: सचिन पायलट का बड़ा बयान, कहा- कांग्रेस को फिर से जीत दिलाना मेरी प्राथमिकता, पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे निभाऊंगा
इस हार के साथ ही 140 सदस्यीय केरल विधानसभा में शतक के साथ पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली दूसरी सरकार की पहली वर्षगांठ मनाने का सपना भी चकनाचूर हो गया. राज्य विधानसभा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन के 99 सदस्य हैं और यदि उसे थ्रिक्काकारा उपचुनाव में जीत मिल जाती तो यह सदन में उसके लिए शतक जड़ने जैसा होता.
इसे मुख्यमंत्री विजयन के लिए भी एक झटके के रूप में देखा जा रहा है, जो प्रभावित लोगों के भारी विरोध के बावजूद के-रेल परियोजना को जोर-शोर से आगे बढ़ा रहे हैं.
कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ को हथियाने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जमीनी स्तर पर अभियान चलाने वाली माकपा ने इस परिणाम को "अप्रत्याशित" करार दिया और मतगणना समाप्त होने तथा निर्वाचन आयोग द्वारा आधिकारिक रूप से परिणाम की घोषणा किए जाने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली. माकपा के एर्नाकुलम जिला सचिव सी एन मोहनन ने उपचुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "अविश्वसनीय और अप्रत्याशित.
उन्होंने इस दावे को खारिज किया कि अभियान का नेतृत्व स्वयं मुख्यमंत्री ने किया था। मोहनन ने कहा कि यह पार्टी की जिला इकाई द्वारा संचालित किया गया था और विजयन पार्टी की जिला इकाई के अनुरोध पर अभियान में शामिल हुए. बड़ी जीत विपक्षी कांग्रेस के लिए एक वास्तविक जीवनरेखा के रूप में काम करेगी जिसे पिछले साल के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के झटके से बाहर निकलने के लिए चुनावी विजय की सख्त जरूरत थी.
उपचुनाव में पार्टी की जीत से प्रसन्न कांग्रेस की केरल इकाई के प्रमुख के. सुधाकरन ने कहा कि विजयन को पार्टी के नेतृत्व वाले मोर्चे की विफलता की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए. वहीं, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि थ्रिक्काकारा के लोगों ने उपचुनाव में कांग्रेस नीत यूडीएफ को ऐतिहासिक जीत दिलाकर माकपा के अहंकार को तोड़ दिया है.
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने भी उमा की जीत पर खुशी जताई। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने जीत को पीटी थॉमस के जीवन और कार्यों को एक "महान श्रद्धांजलि" करार दिया और कहा कि उपचुनाव का परिणाम विजयन के अहंकार का जवाब है. उमा ने अपनी जीत को अपने दिवंगत पति पीटी थॉमस को समर्पित किया, जो केरल में कांग्रेस के एक लोकप्रिय नेता थे.
उनकी जीत पूर्व केंद्रीय मंत्री के वी थॉमस के लिए भी एक झटका है, जिन्होंने एलडीएफ उम्मीदवार के लिए अपना समर्थन घोषित किया था। उमा की जीत से उत्साहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए थॉमस के आवास के बाहर एक मार्च निकाला।
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