नयी दिल्ली, 14 अगस्त रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने सोमवार को कहा कि उसने पूरे भारत में 26 गीगाहर्ट्ज मिलीमीटर तरंगों में 5जी सेवाएं शुरू की हैं। कंपनी ने इन सेवाओं में दो गीगाबिट प्रति सेकंड (जीबीपीएस) तक की अधिकतम गति का दावा भी किया है।
मिलीमीटर तरंग (एमएमवेव) एक छोटी लंबाई वाली रेडियो तरंग है, जो लगभग प्रत्येक उपयोगकर्ता के लिए एक समर्पित स्पेक्ट्रम पाइप की तरह काम करती है और इसमें वायर्ड ब्रॉडबैंड जैसी गति देने की क्षमता होती है।
रिलायंस जियो ने बयान में कहा, ‘‘जियो ग्राहक अब सभी 22 दूरसंचार सर्किलों में 26 गीगाहर्ट्ज एमएमवेव आधारित बिजनेस कनेक्टिविटी का उपयोग कर रहे हैं।’’
कंपनी ने कहा कि उसने 17 अगस्त, 2022 को आवंटित स्पेक्ट्रम की शर्तों के तहत 22 दूरसंचार सर्किलों में प्रत्येक स्पेक्ट्रम बैंड में अपने न्यूनतम रोल-आउट दायित्वों को तय समय से पहले पूरा कर लिया है।
जियो ने कहा कि उसके पास सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम पहुंच है। कंपनी के पास 22 सर्किलों में से प्रत्येक में एमएमवेव बैंड (26 गीगाहर्ट्ज) में 1,000 मेगाहर्ट्ज है, जो उच्च गुणवत्ता वाली स्ट्रीमिंग सेवाएं मुहैया कराते हैं।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, ‘‘5जी एमएमवेव के लाभों में अत्यधिक उच्च बैंडविड्थ और कम देरी शामिल है। एमएमवेव भरोसेमंद फिक्स्ड वायरलेस सेवाएं मुहैया करके लीज्ड लाइनों के लिए बाजार का विस्तार करेगा, जिससे लाखों छोटे और मझोले उद्यमों को डिजिटल बनाया जा सकेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पेक्ट्रम दो जीबीपीएस तक की अत्य़धिक गति वाला ब्रॉडबैंड मुहैया करने में सक्षम है।’’
जियो ने अगस्त, 2022 में आयोजित नीलामी में लो-बैंड, मिड-बैंड और एमएमवेव स्पेक्ट्रम को हासिल किया था।
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