श्रीनगर/जम्मू, 18 सितंबर जम्मू-कश्मीर में बुधवार को पहले चरण के विधानसभा चुनाव के तहत मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान केंद्रों पर पुरुष, महिला, युवा, बुजुर्ग और यहां तक कि मुश्किल से चल-फिर पा रहे मतदाता धैर्य से वोट डालने की बारी का इंतजार करते नजर आए।
मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे। अपराह्न तीन बजे तक केंद्र-शासित प्रदेश में 50.65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। मताधिकार के इस्तेमाल के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे लोगों की भीड़ देखकर उत्साहित अधिकारियों ने छह बजे तक मतदान प्रतिशत काफी बढ़ जाने की उम्मीद जताई।
अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 के समाप्त होने और जम्मू-कश्मीर के दो केंद्र-शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बंटने के बाद से इस केंद्र-शासित प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए यह पहला चुनाव है।
पिछले विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे।
जम्मू-कश्मीर की 24 विधानसभा सीट पर आज पहले चरण में मतदान हो रहा है। इनमें से 16 सीट कश्मीर घाटी और आठ जम्मू क्षेत्र की हैं। इस चरण में 23 लाख से अधिक मतदाता 219 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 90 निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं।
स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जगह-जगह सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। बिजबेहरा और डीएच पुरा के कुछ क्षेत्रों में राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरों को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है।
निर्वाचन आयोग ने बताया कि केंद्र-शासित प्रदेश के 24 विधानसभा क्षेत्रों में से सबसे अधिक मतदान जम्मू क्षेत्र के इंदरवाल में 72.20 प्रतिशत दर्ज किया गया। वहीं, पद्देर-नागसेनी में 71.08 प्रतिशत, किश्तवाड़ में 67.58 प्रतिशत और डोडा पश्चिम में 66.75 41 प्रतिशत वोट पड़े।
आय़ोग के मुताबिक, कश्मीर घाटी में पहलगाम में सबसे अधिक 58.89 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, डीएच पोरा में 55.14 प्रतिशत, कुलगाम में 50.75 प्रतिशत, डूरू में 50.50 प्रतिशत और कोकरनाग (अनुसूचित जनजाति) में 50 प्रतिशत वोट पड़े।
आयोग ने बताया कि सबसे कम 32.87 फीसदी मतदान त्राल में दर्ज किया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई नेताओं ने मतदाताओं से बड़ी संख्या में ‘लोकतंत्र के इस पर्व’ में हिस्सा लेने का आह्वान किया।
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने खासकर युवाओं और पहली बार के मतदाताओं से मतदान की अपील की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी युवाओं की शिक्षा, रोजगार और महिला सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए अलगाववाद का मुकाबला करने वाली सरकार चुनने के लिए भारी मतदान की अपील की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पहले मतदान , फिर जलपान।’
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी लोगों, खासकर युवाओं और महिलाओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने का आह्वान किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मतदाताओं को संबोधित करते हुए उन्हें राज्य के दर्जे में बदलाव के निहितार्थों की याद दिलाई और उनसे अपने अधिकारों की रक्षा करने की अपील की। उन्होंने शांति, स्थिरता और विकास पर केंद्रित भविष्य के लिए (मतदान में) भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने चुनाव को मतदाताओं के लिए अपने अधिकारों को पुनः प्राप्त करने और क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने का एक मौका बताया।
राहुल ने राज्य के दर्जे को घटाने को ‘संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन’ करार दिया और नागरिकों से समृद्ध भविष्य के लिए मतदान करने की अपील की।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के साथ जो हुआ, उसे हम भूले नहीं हैं, इसलिए यह हर लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण चुनाव है।’’
विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर को और तीसरे एवं अंतिम चरण के तहत एक अक्टूबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती आठ अक्टूबर को की जाएगी।
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