कंपनी ने शेयर बाजार को भेजी जानकारी में बताया कि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसका शुद्ध घाटा 44.31 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने बताया कि आलोच्य तिमाही में हालांकि उसकी परिचालन आय 41.47 प्रतिशत बढ़कर 270.32 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। यह बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 191.08 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान कंपनी का कुल खर्च 13.79 प्रतिशत बढ़कर 301.94 करोड़ रुपये रहा जबकि पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि के दौरान उसका खर्च 265.34 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने कहा, ‘‘कोरोना महामारी ने भारत सहित पूरी दुनिया में आर्थिक परेशानियां पैदा कर दी है। जिसके कारण 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही में विज्ञापन आय और लाभ की स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में आर्थिक विकास और व्यावसायिक स्थितियों पर ख़ासा प्रभाव डाला है।’’
इसके अलावा मुद्रण, प्रकाशन और डिजिटल मंच के जरिये चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की आय 34.98 प्रतिशत बढ़कर 235.21 करोड़ रुपये रही। जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 174.26 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के एफएम रेडियो कारोबार की आय भी इस तिमाही में 42.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 20.47 करोड़ रुपये रही। यह वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 14.36 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के प्रदर्शन को लेकर जागरण प्रकाशन के प्रबंध निदेशक एवं चेयरमैन महेंद्र मोहन गुप्ता ने कहा, ‘‘लॉकडाउन और इसी तरह के अन्य प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए परिणाम संतोषजनक हैं। हालांकि, पिछले साल का तुलनात्मक आधार कम होने के कारण वृद्धि संख्या उत्साहित नहीं करती है।’’
जागरण प्रकाशन के शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 1.98 फीसदी घटकर 64.35 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए।
जतिन
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