देश की खबरें | भाजपा-आरएसएस की विभाजनकारी राजनीति से लड़ना हमारी जिम्मेदारी : खरगे, राहुल ने कहा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने मंगलवार को यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिवों और संयुक्त सचिवों के साथ बैठक की तथा कहा कि पार्टी नेताओं को भाजपा-आरएसएस की ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ से लड़ना होगा और संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ता से काम करना होगा।
नयी दिल्ली, तीन सितंबर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने मंगलवार को यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिवों और संयुक्त सचिवों के साथ बैठक की तथा कहा कि पार्टी नेताओं को भाजपा-आरएसएस की ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ से लड़ना होगा और संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ता से काम करना होगा।
सूत्रों ने बताया कि खरगे और राहुल ने कांग्रेस मुख्यालय में नेताओं से मुलाकात की तथा संगठन को मजबूत करने और पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी।
यह बैठक एक बड़े संगठनात्मक बदलाव के कुछ दिन बाद हुई, जिसके तहत पार्टी ने कुछ पदाधिकारियों के राज्यों में फेरबदल करते हुए कई नए सचिवों और संयुक्त सचिवों की नियुक्ति की।
खरगे ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस हर भारतीय तक पहुंचेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमने नवनियुक्त एआईसीसी सचिवों और संयुक्त सचिवों की एक बैठक की अध्यक्षता की। हम अपने संगठन को मजबूत करने, हर किसी की आवाज को शामिल करने और सत्ता को सच का आइना दिखाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
कांग्रेस महासचिव और संगठन प्रभारी के सी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) के नेतृत्व में नवनियुक्त एआईसीसी सचिवों और संयुक्त सचिवों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘युवा सोच और अखिल भारतीय पहुंच के साथ, समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों का मजबूत प्रतिनिधित्व रखने वाली यह विविध टीम हमारी पार्टी के कामकाज में नया उत्साह लाएगी।’’
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘जैसा कि खरगे जी और राहुल जी ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा है। भाजपा-आरएसएस की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ना और संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ता से काम करना हमारी जिम्मेदारी है। हम एक ताकत हैं जो सामाजिक परिवर्तन के लिए काम करते हैं, जबकि भाजपा सामाजिक ठहराव का प्रतिनिधित्व करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि नयी टीम आने वाले दिनों में हमारी पार्टी को मजबूती से आगे बढ़ने और नए जोश के साथ काम करने में मदद करेगी।’’
खरगे ने एआईसीसी के सचिवों और विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के लिए संयुक्त सचिव नियुक्त किए हैं। ये पदाधिकारी संबंधित राज्यों में पार्टी के महासचिवों और प्रभारियों से जुड़े होते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष कार्यालय में समन्वयक प्रणव झा और गौरव पांधी को एआईसीसी सचिव बनाया गया है।
पार्टी के संचार विभाग में एआईसीसी सचिव विनीत पुनिया को भी यही जिम्मेदारी दी गई है, वहीं रुचिरा चतुर्वेदी को उनके साथ विभाग में सचिव नियुक्त किया गया है।
राजस्थान के दो पूर्व विधायकों- दानिश अबरार और दिव्या मदेरणा को क्रमश: दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए सचिव नियुक्त किया गया है।
वेणुगोपाल के साथ अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष नीता डिसूजा, एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष नीरज कुंदन और नवीन शर्मा को एआईसीसी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है।
मनोज त्यागी और सुशांत मिश्रा को प्रशासन विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया था।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि संगठन में काम करने वाले और पार्टी के प्रति वफादार रहने वालों को फेरबदल में पुरस्कृत किया गया है।
यह बैठक हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले हुई। इस साल के अंत में महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होना है।
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