दोहा, 20 नवंबर भारत के सरबजोत सिंह पुरुष और ईशा सिंह तथा दिव्या टीएस महिला 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल्स में मंगलवार को यहां सत्रांत प्रतिष्ठित आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल्स के पहले दिन चुनौती पेश करेंगे।
इस वार्षिक टूर्नामेंट में 12 सदस्यीय टीम भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है। कोविड-19 महामारी के दौरान और इसके बाद कार्यक्रम से जुड़ी समस्याओं के कारण चार साल बाद इस प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है।
विश्व कप फाइनल्स में शीर्ष 15 अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजों के बीच शूट आउट होता है और इसका आयोजन राइफल, पिस्टल और शॉटगन वर्ग की 12 ओलंपिक स्पर्धाओं में किया जाता है।
प्रतियोगिता का आयोजन लुसैल निशानेबाजी रेंज में किया जाएगा।
कोच समरेश जंग के मार्गदर्शन में स्पर्धा पूर्व ट्रेनिंग के बाद सरबजोत ने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता है जो चार बाद के बाद हो रही है जहां साल के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों के बीच आमने सामने के मुकाबले होते हैं। इसलिए स्वाभाविक है कि मैं टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। ’’
सरबजोत को दुनिया के नंबर एक निशानेबाज और तोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता सर्बिया के दामिर मिकेच, गत विश्व चैंपियन चीन के बोवेन झेंग, तुर्की के अनुभवी इस्माइल केलेस और पांच बार के ओलंपियन स्लोवाकिया के जुराज तुजिन्स्की से कड़ी चुनौती मिलेगी।
महिला एयर पिस्टल में ईशा और दिव्या के सामने दुनिया की नंबर एक निशानेबाज और रियो ओलंपिक चैंपियन यूनान की अन्ना कोराकाकी, तोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता और गत विश्व चैंपियन चीन की जियांग रेनशिन और सर्बिया की दिग्गज जोरोना अरुनोविच जैसी निशानेबाजों की चुनौती होगी।
शॉटगन निशानेबाज पृथ्वीराज तोंडइमान और गनीमत शेखों क्रमश: पुरुष और महिला ट्रैप में बुधवार को क्वालीफिकेशन दौर में हिस्सा लेंगे।
टूर्नामेंट में 12 देशों के 179 निशानेबाज हिस्सा ले रहे हैं।
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