विदेश की खबरें | ईरान ने 2018 हमले के बाद गिरफ्तार किये गये आईएसआईएस के नौ आतंकियों को फांसी दी
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

ईरानी न्यायपालिका की समाचार एजेंसी मिजान ने मंगलवार को फांसी पर लटकाये जाने की घोषणा की। एजेंसी ने यह भी कहा कि देश की शीर्ष अदालत ने इन दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखा था।

इसमें बताया गया है कि आतंकवादियों को देश के पश्चिमी क्षेत्र में ईरान के अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड के साथ संघर्ष के बाद हिरासत में लिया गया था। इस संघर्ष में तीन जवान और इस्लामिक स्टेट समूह के कई आतंकी मारे गए थे।

अधिकारियों ने बताया कि देश के पश्चिमी हिस्से में रिवोल्यूशनरी गार्ड के जवानों ने आतंकियों के ठिकाने को घेर लिया था और वहां से 50 मशीनगन समेत हथियारों का जखीरा बरामद किया था।

ईरान में फंदे से लटका कर मौत की सजा दी जाती है।

आतंकी समूह ने 2014 में स्वघोषित खलीफा के तहत सीरिया और इराक के बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया था, जहां से बाद में अमेरिका की अगुवाई वाली फौज ने उन्हें खदेड़ दिया था।

इस समूह ने इससे पहले जून 2017 में तेहरान में संसद और अयातुल्ला रूहोल्लाह खामैनी की कब्र पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें कम से कम 18 लोग मारे गए थे और 50 से अधिक घायल हो गए थे।

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