नये सेंट्रीफ्यूज लगाये जाने से ईरान के परमाणु कार्यक्रम में और तेजी आएगी, जो पहले से यूरेनियम का संवर्द्धन कर उसे आयुध स्तर का बना चुका है और कई परमाणु आयुध बनाने के लिए इसका पर्याप्त भंडारण कर चुका है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की स्वीकारोक्ति में, ईरान के अधिक संवर्द्धन करने की योजना का कोई संकेत नहीं मिला है।
आईएईए ने कहा कि इसके निरीक्षकों ने सोमवार को सत्यापित किया कि ईरान ने अपने नतांज संवर्द्धन केंद्र में उन्नत आईआर-4 और आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज के तीन ‘कासकेड’ में यूरेनियम भरना शुरू कर दिया है।
कासकेड, सेंट्रीफ्यूज का एक समूह है जो यूरेनियम के संवर्द्धन में तेजी लाता है।
ईरान ने उन कासकेड में यूरेनियम का अब तक दो प्रतिशत शुद्धता के साथ संवर्द्धन किया है। ईरान ने यूरेनियम का 60 प्रतिशत तक संवर्द्धन किया है जो आयुध निर्माण के स्तर 90 प्रतिशत से कुछ ही कम है।
ईरान की योजना नतांज में आईआर-2एम सेंट्रीफ्यूज के 18 और फोर्दो परमाणु स्थल पर आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज के आठ कासकेड स्थापित करने की है।
इसबीच, अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ‘‘ईरान की योजना अपने परमाणु कार्यक्रम में इस तरह से तेजी लाने की है कि जिसका कोई विश्वसनीय शांतिपूर्ण उद्देश्य नहीं है। यदि ईरान इन योजनाओं को लागू करता है तो हम उसका उपयुक्त जवाब देंगे।’’
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