नई दिल्ली: शेयर बाजारों (Share Market) में दो कारोबारी सत्रों में गिरावट के साथ निवेशकों को 5,80,016.37 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर चिंता के बीच भारी बिकवाली से शेयर बाजारों में गिरावट आयी. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 949.32 अंक यानी 1.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,747.14 अंक पर बंद हुआ. पिछले कारोबारी सत्र (शुक्रवार) में सेंसेक्स 764.83 अंक यानी 1.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,696.46 अंक पर बंद हुआ.
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले दो सत्रों में 5,80,016.37 करोड़ रुपये घटकर 2,56,72,774.66 करोड़ रुपये पर रह गया. रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, ओमीक्रोन से जुड़े घटनाक्रमों से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा
वर्तमान वित्त वर्ष में कपंनियों ने IPO से जुटाए 52 हजार 759 करोड़ रुपये-
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि इस वित्त वर्ष में अक्टूबर महीने तक देश की 61 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिये 52,759 करोड़ रुपये जुटाए. उन्होंने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में अक्टूबर महीने तक जो 61 कंपनियां आईपीओ लेकर आईं, उनमें 34 लघु एवं मध्यम उपक्रम (एसएमई) थे.
सीतारमण ने बताया कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की कई कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए आ रही हैं. उनके मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में 56 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये बाजार से 31,060 करोड़ रुपये जुटाए और इनमें से 27 कंपनियां एसएमई थीं.
वित्त मंत्री ने लिखित उत्तर में कहा कि 61 कंपनियों में 35 कंपनियों के आईपीओ 100 करोड़ रुपये से कम थे. सीतारमण ने बताया कि इस वित्त वर्ष में आईपीओ लाने वाली कंपनियों में से 10 स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र और छह सीमेंट/निर्माण क्षेत्र की हैं. एक अन्य प्रश्न के उत्तर में वित्त मंत्री ने ‘वन 97 कम्युनिकेशंस’ के आईपीओ को लेकर कहा कि कंपनी को उम्मीद से अधिक अभिदान प्राप्त हुआ.