नितीन गडकरी ने बताया 26 साल पुराना वह वाकिया, जिसने आज बदल दी देश के इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट की तस्वीर (Video)
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शुक्रवार को निवेशकों को आश्वासन दिया कि देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर रिटर्न की दर बहुत अधिक है और उन्हें इस क्षेत्र में किए जाने वाले अपने निवेश की चिंता नहीं करनी चाहिए. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, "आंतरिक रिटर्न की दर (आईआरआर) बहुत अधिक है और इसलिए परियोजना के आर्थिक रूप से व्यवहारिक (देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं) के साथ कोई समस्या नहीं है."
मुंबई: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शुक्रवार को निवेशकों को आश्वासन दिया कि देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर रिटर्न की दर बहुत अधिक है और उन्हें इस क्षेत्र में किए जाने वाले अपने निवेश की चिंता नहीं करनी चाहिए. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, "आंतरिक रिटर्न की दर (आईआरआर) बहुत अधिक है और इसलिए परियोजना के आर्थिक रूप से व्यवहारिक (देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं) के साथ कोई समस्या नहीं है." सरकार सड़क परियोजनाओं में आम लोगों से निवेश की योजना पर कर रही विचार: गडकरी
उन्होंने ‘राजमार्ग, परिवहन और लॉजिस्टिक्स में निवेश के अवसर’ विषय पर आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में यह बात कही. गडकरी ने कहा कि 1,600 करोड़ रुपये की लागत से बने मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे का पहले 3,000 करोड़ रुपये और बाद में 8,000 करोड़ रुपये में बाजार पर चढ़ाया गया.
उन्होंने कहा कि सरकार तब तक परियोजनाओं का आवंटन नहीं करती जब तक कि 90 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण नहीं हो जाता और वन एवं रेल संबंधी मंजूरी नहीं मिल जाती.
1995 में मेरे इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट विजन पर सब हस रहें थे- नितीन गडकरी
गडकरी ने निवेशकों को आश्वासन दिया कि सभी मंजूरियों के साथ, देश में किसी भी बुनियादी ढांचा परियोजना के ठप होने की आंशका कम है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)