यूएई में भारतीयों को फर्जी परिपत्र के बारे में आगाह किया गया

दुबई, 15 अप्रैल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फंसे कई भारतीयों को सोशल मीडिया पर उन फर्जी परिपत्रों के प्रति आगाह किया गया है जिनमें कहा गया है कि वे अपने व्यक्तिगत विवरणों को यहां भारतीय वाणिज्य दूतावास की विभिन्न ईमेल आईडी पर भेज दें ताकि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर उन्हें स्वदेश भेजा जा सके।

दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि ऐसे परिपत्र फर्जी है।

दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत (सीजीआई) ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘ऐसे संदेशों के बारे में हमें जानकारी मिली है जिनमें स्वदेश भेजे जाने के लिए दुबई के भारतीय वाणिज्य दूतावास को वीजा धारकों, बुजुर्गों, बेरोजगारों आदि के विवरणों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है। सीजीआई दुबई ने इस तरह का कोई परामर्श जारी नहीं किया है। भारतीय नागरिकों को इस पर ध्यान देना चाहिए।’’

अबुधाबी में भारतीय दूतावास ने बताया कि उसने इस तरह का कोई संदेश नहीं भेजा है।

रिपोर्टों के अनुसार दुनिया के विभिन्न हिस्सों में यात्रियों, छात्रों और पर्यटकों समेत कम से कम 25 हजार भारतीय नागरिक फंसे हुए है। ऐसा माना जाता है कि इन नागरिकों की पर्याप्त संख्या संयुक्त अरब अमीरात में है।

भारत ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन की अवधि को तीन मई तक बढ़ा दिया।

खलीज टाइम्स की खबर के अनुसार यूएई में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने कहा है कि संकट में घिरे ऐसे लोग जिन्हें सेवाओं की जरूरत है वे ca.abudhabi@mea.gov.in पर लिख सकते है। डॉक्टरों की एक टीम है जो इसमें मदद कर रही है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)