नयी दिल्ली, 28 सितंबर भारत में अफगानिस्तान के दूतावास ने कथित रूप से अपने परिचालन को बंद करने पर एक बयान जारी किया है तथा नयी दिल्ली उसकी प्रामाणिकता की पड़ताल कर रही है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इस दूतावास का कामकाज राजदूत फरीद मामुनदजाय करते रहे हैं और समझा जा रहा है कि वह फिलहाल लंदन में हैं।
मामुनदजाय को पिछली अशरफ गनी सरकार ने नियुक्त किया था और वह अगस्त, 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद भी अफगान के राजदूत के रूप में काम कर रहे थे।
नयी दिल्ली में अफगान दूतावास ने कथित रूप से एक बयान जारी किया है। भारत सरकार के सूत्रों ने दूतावास द्वारा अपना परिचालन बंद करने की खबरों पर यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा, ‘‘ इस बयान और उसकी विषयवस्तु की प्रामाणिकता को परखा जा रहा है।’’
सूत्रों ने कहा, ‘‘यह कई महीनों से राजदूत के भारत के बाहर रहने के संदर्भ में आया है। कथित रूप से शरण मिलने के बाद तीसरे देशों में राजदूत के चले जाने तथा दूतावास के कर्मियों के बीच आपसी झगड़े के बाद यह खबर आयी है।’’
समझा जाता है कि दूतावास ने अगले कुछ दिन में अपना परिचालन बंद करने के अपने फैसले को लेकर विदेश मंत्रालय को एक संदेश भेजा है।
इस मामले में दूतावास की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
अप्रैल-मई में तालिबान द्वारा मामुनदजाय के स्थान पर मिशन की अगुवाई के लिए एक प्रभारी नियुक्त किये जाने की खबरों के बाद दूतावास के अंदर सत्ता संघर्ष की बात सामने आयी थी। इस प्रकरण के बाद दूतावास ने बयान जारी कर कहा था कि उसके नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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