कोलकाता, 12 जनवरी आयकर विभाग ने मुर्शिदाबाद, कोलकाता शहर और राष्ट्रीय राजधानी में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री जाकिर हुसैन के कार्यालयों और आवास परिसरों से भारी मात्रा में करेंसी नोट जब्त किए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि छापेमारी बुधवार शाम से बृहस्पतिवार की सुबह तक की गई।
टीएमसी विधायक एवं व्यवसायी हुसैन ने छापेमारी को लेकर कोई आपत्ति नहीं की। उन्होंने, उनके परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों ने आयकर विभाग की कार्रवाई में सहयोग किया।
अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान मुर्शिदाबाद, कोलकाता और साथ ही दिल्ली में हुसैन के आवास और कार्यालय परिसरों से भारी मात्रा में करेंसी नोट बरामद किये गये।
उन्होंने कहा, ‘‘हम हुसैन के स्वामित्व वाले विभिन्न परिसरों में की गई छापेमारी में बरामद धनराशि की गणना कर रहे हैं।’’
आयकर विभाग की इस कार्रवाई के संबंध में प्रतिक्रिया के लिए अभी हुसैन से संपर्क नहीं हो सका है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं पश्चिम बंगाल के मंत्री फरहाद हाकिम ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करेगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहा, ‘‘यह पूरी तरह से एक तकनीकी मामला है। हमें इस संबंध में कुछ नहीं कहना है। यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि हुसैन वर्षों से एक संपन्न व्यापारी हैं और कई लोगों को रोजगार देते हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि हाल के दिनों में टीएमसी नेताओं और उनके सहयोगियों के आवास परिसरों पर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में धन बरामद हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी क्या फिर से खुद को बेगुनाह बताएगी और आरोप लगाएगी कि उसे केंद्रीय एजेंसियों ने फंसाया है? क्या टीएमसी आरोप लगाएगी कि उसे बदनाम किया जा रहा है? राज्य की जनता सब देख रही है।’’
टीएमसी के पूर्व महासचिव पार्थ चटर्जी के एक सहयोगी के अपार्टमेंट से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भारी मात्रा में करेंसी नोट जब्त किए गए थे।
भाजपा पर पलटवार करते हुए टीएमसी के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने सवाल किया कि भाजपा नेताओं की संपत्तियों पर इसी तरह की छापेमारी क्यों नहीं की जा रही है?
उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी के छापों से बचने के लिए टीएमसी से भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को क्यों बख्शा जा रहा है? कानून को अपना काम करना चाहिए। हुसैन एक व्यापारी हैं। क्या भाजपा में कोई व्यापारी नहीं है?’’
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