देश की खबरें | बीमा दावा दिलाने के नाम पर 500 लोगों से 12 करोड़ रुपये की ठगी, दो गिरफ्तार

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. दिल्ली पुलिस ने ठगों के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दो व्यक्तियों ने बीमा पॉलिसी का दावा दिलाने के नाम पर 500 से ज्यादा लोगों के साथ कथित रूप से 12 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।

नयी दिल्ली, 27 जुलाई दिल्ली पुलिस ने ठगों के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दो व्यक्तियों ने बीमा पॉलिसी का दावा दिलाने के नाम पर 500 से ज्यादा लोगों के साथ कथित रूप से 12 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।

पुलिस ने बुधवार को बताया कि आरोपियों की पहचान एसएस कुमार और ए नायक के तौर पर हुई है और दोनों ही की उम्र 29 साल है। वे राजस्थान से ताल्लुक रखते हैं लेकिन फिलहाल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रहते हैं।

पुलिस के मुताबिक, दोनों बीमा दावा दिलाने के नाम पर 2014 से लोगों के साथ ठगी कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि 30 शिकायतों की पहचान की गई है और वे आरोपियों के खातों से जुड़ी हैं।

पुलिस के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की शाखा ‘इंटेलीजेंस फ्यूज़न एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस’ (आईएफएसओ) ने मामले का पता लगाया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि कुछ अज्ञात लोगों ने अटके हुए बीमा पॉलिसी के दावों को दिलाने के बहाने से साढ़े सात साल के दौरान उसके साथ 2.80 करोड़ रुपये की ठगी की है।

आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) केपीएस मल्होत्रा ने कहा कि जांच के दौरान पता लगाया गया कि पैसा कहां कहां गया और पाया गया कि शिकायतकर्ता के साथ ठगी के लिए करीब 30 बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया।

उन्होंने बताया कि यह भी पता चला कि यह गिरोह कई राज्यों में फैला हुआ है और कई स्तरों पर संचालित हो रहा था। मल्होत्रा के मुताबिक, यह भी पता लगाया गया कि इन खातों का इस्तेमाल करके गिरोह ने 500 से ज्यादा लोगों के साथ 12 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।

अधिकारी ने बताया कि तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि आरोपी टेली कॉलिंग के लिए जाली सिम कार्ड और पैसा प्राप्त करने के लिए जाली खातों का इस्तेमाल करते थे।

उन्होंने बताया कि 20 जून को गुप्त सूचना के आधार पर गाजियाबाद के लाल कुआं के पास जाल बिछाया गया और दो लोगों को पकड़ लिया गया।

मल्होत्रा के मुताबिक, उन्हें अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।

उन्होंने कहा, “ पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे 2014 से बीमा पॉलिसी का लाभ दिलाने के बहाने से लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि वे अलग अलग स्तर पर काम करते थे और आम तौर पर गिरोह के अन्य सदस्यों से नहीं मिलते थे।”

पुलिस ने कहा कि उनके पास से दो मोबाइल फोन, 25 डेबिट और क्रेडिट कार्ड जब्त किए गए हैं। अपराध से अर्जित पैसे से दो संपत्तियों की खरीद की बात सामने आई है।

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