खेल की खबरें | अगर आपको पास कोई विकल्प नहीं है तो फिर योद्धा की तरह रवैया क्यों ना अपनाएं: हुड्डा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Sports at LatestLY हिन्दी. आक्रामक भारतीय बल्लेबाज दीपक हुड्डा का मानना है कि जब उन्हें गेंदबाजों के अनुकूल हालात में नई गेंद का सामना करने की जिम्मेदारी दी गई तो उन्होंने ‘योद्धा’ की तरह रवैया अपनाया।

मालाहाइड (आयरलैंड), 29 जून आक्रामक भारतीय बल्लेबाज दीपक हुड्डा का मानना है कि जब उन्हें गेंदबाजों के अनुकूल हालात में नई गेंद का सामना करने की जिम्मेदारी दी गई तो उन्होंने ‘योद्धा’ की तरह रवैया अपनाया।

हुड्डा के अनुसार उनके पास शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने की चुनौती का सामना करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।

हुड्डा ने मंगलवार को यहां आयरलैंड के खिलाफ भारत के दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 57 गेंद में 104 रन की आक्रामक पारी खेली।

तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए हुड्डा खेल के सबसे छोटे प्रारूप में शतक जड़ने वाले सिर्फ चौथे भारतीय बल्लेबाज बने।

हुड्डा ने मैच के बाद कहा, ‘‘मैंने कभी अंतरराष्ट्रीय मैच में पारी का आगाज नहीं किया लेकिन शीर्ष क्रम का बल्लेबाज होने के कारण आपको चुनौतियों का सामना करना होता है और आपके पास कोई और विकल्प नहीं होता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘और अगर आपके पास कोई विकल्प नहीं है तो फिर आप योद्धा की तरह रवैया क्यों नहीं अपनाते। मैं ऐसे ही सोचता हूं और चीजें मेरे पक्ष में रहीं। मैं इसे लेकर खुश हूं।’’

युवा खिलाड़ी लगातार सामने आ रहे हैं और इस 27 वर्षीय आलराउंडर ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम में जगह बनाना और फिर उसे बरकरार रखना आसान नहीं है।

हुड्डा ने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो हां भारतीय टीम में जगह बनाना और फिर वहां बने रहना मुश्किल है। लेकिन जब आप भारत की ओर से खेलते हो तो कभी अपने बारे में नहीं सोचते, आप टीम के बारे में सोचते हो।’’

तीसरे ओवर में सलामी बल्लेबाज इशान किशन के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे हुड्डा ने नौ चौकों और छह छक्कों की मदद से अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो आयरलैंड की टीम हमारे खिलाफ काफी अच्छा खेली और हमने उनके खिलाफ खेलने का लुत्फ उठाया।’’

हुड्डा ने कहा, ‘‘पहले और दूसरे मुकाबले के बीच, मुझे लगता है कि पिच में अंतर था। पहले मैच में आसमान में बादल छाए थे और विकेट में नमी थी। लेकिन आज विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छी थी जो दोनों टीम की बल्लेबाजी से स्पष्ट है।’’

हुड्डा ने हार्दिक पंड्या की भी सराहना की जिन्होंने दो मैच की श्रृंखला में टीम की अगुआई की।

उन्होंने कहा, ‘‘बेशक हार्दिक काफी अच्छी तरह अगुआई कर रहा है। आईपीएल में उसने नई फ्रेंचाइजी की अगुआई की और उन्होंने खिताब जीता। मुझे उसके लिए काफी खुशी है और वह जिस तरह जिम्मेदारी ले रहा है। मुझे उस पर गर्व है, वह काफी अच्छा कर रहा है।’’

भारतीय पारी के दौरान हुड्डा ने संजू सैमसन के साथ दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 176 रन की साझेदारी की। सैमसन ने टीम में वापसी करते हुए करियर की सर्वश्रेष्ठ 77 रन की पारी खेली।

यह भारत की ओर से इस प्रारूप में किसी भी विकेट की सर्वोच्च साझेदारी है। पिछला रिकॉर्ड रोहित शर्मा और लोकेश राहुल के नाम था जिन्होंने इंदौर में श्रीलंका के खिलाफ 2017 में 165 रन जोड़े थे।

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