नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में 324 करोड़ रुपये रहा।
इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में बैंक को 3,459 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
यह भी पढ़े | उप्र : राजद्रोह मामले में आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई टाली गई.
बैंक ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
वहीं तिमाही आधार पर बैंक के शुद्ध लाभ में जुलाई-सितंबर में 125 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 144 करोड़ रुपये था।
विज्ञप्ति के मुताबिक समीक्षावधि में बैंक की कुल आय 7.5 प्रतिशत घटकर 5,761.06 करोड़ रुपये रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक की आय 6,231.02 करोड़ रुपये थी।
बैंक की ब्याज से शुद्ध आय आलोच्य तिमाही में चार प्रतिशत बढ़कर 1,695 करोड़ रुपये रही।
भारतीय जीवन बीमा निगम की बहुलांश हिस्सेदारी वाले आईडीबीआई बैंक के फंसे कर्ज का अनुपात भी सुधरा है।
समीक्षावधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उसके सकल ऋण का 25.08 प्रतिशत रही। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 29.43 प्रतिशत थी।
इसी तरह का बैंक का शुद्ध एनपीए उसके ऋण का 2.67 प्रतिशत रहा जो पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 5.97 प्रतिशत था।
राशि के रूप में बैंक का सकल एनपीए चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 41,090.53 करोड़ रुपये और शुद्ध एनपीए 3,362.66 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह क्रमश: 52,052.78 करोड़ रुपये और 7,918.61 करोड़ रुपये था।
बैंक का फंसे कर्ज के लिये प्रावधान 581.15 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 5,641.32 करोड़ रुपये था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)