नयी दिल्ली, आठ जनवरी आईसीएआर - भारतीय बागवानी शोध संस्थान (आईआईएचआर) ने शुक्रवार को आठ फरवरी से पांच दिवसीय राष्ट्रीय मेले की घोषणा की, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से नई तकनीकों के साथ देशभर के ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचने का प्रयास किया जायेगा।
एक आभासी प्रेस कॉन्फ्रेंस में, बेंगलुरु स्थित आईआईएचआर के निदेशक एम आर दिनेश ने कहा कि वार्षिक मेला ऑफ़लाइन और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म दोनों में आयोजित किया जाएगा, जिससे यह कोविड-19 महामारी की वजह से एक ‘हाइब्रिड इवेंट’ बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह चौथा वार्षिक मेला है और पूरे देश में 25 लाख किसानों के इसमें भाग लेने की उम्मीद है, जिसमें से 30,000 किसान कर्नाटक और पड़ोसी दक्षिणी राज्यों के होंगे।
पिछले साल, इस मेले में आने वालों की संख्या लगभग 70,000 थी।
मेले का विषय 'बागवानी: स्टार्ट-अप और स्टैंड-अप इंडिया के लिए' है। आईआईएचआर अन्य कृषि प्रौद्योगिकियों के अलावा बागवानी फसलों के 200 से अधिक डेमो खेतों, नए खेत मशीनीकरण प्रणालियों का प्रदर्शन करेगा।
आईआईएचआर 721 कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के साथ-साथ पूरे देश में फैले किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के माध्यम से किसानों तक वर्चुअल तरीके से पहुंचेगा।
वर्ष 1967 में स्थापित आईआईएचआर, बागवानी फसलों पर अनुसंधान कार्यों को अंजाम देता है।
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