उत्तराखंड: टिहरी में भारी बारिश से पुश्ते का मलबा मकान पर गिरने से 3 की मौत, देहरादून के घरों में भरा पानी

खेड़ागाड़ गांव में हुई दुर्घटना की सूचना मिलने पर आपदा प्रबंधन और तहसील प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और तलाश तथा बचाव अभियान चलाकर किसी तरह शवों का मलबे से बाहर निकाला. टिहरी के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हिंडोलाखाल में बृहस्पतिवार रात्रि से ही मूसलाधार बारिश हो रही है.

टिहरी में बारिश (Photo Credits: Twitter)

उत्तराखंड: खेड़ागाड़ गांव में हुई दुर्घटना की सूचना मिलने पर आपदा प्रबंधन और तहसील प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और तलाश तथा बचाव अभियान चलाकर किसी तरह शवों का मलबे से बाहर निकाला. टिहरी के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हिंडोलाखाल में बृहस्पतिवार रात्रि से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश के कारण शुक्रवार तडके करीब चार बजे आल वेदर का पुश्ता भरभरा कर खेड़ागाड़ गांव के धर्म सिंह के मकान के ऊपर जा गिरा. इस दौरान वहां सो रहे धर्म सिंह पुत्र अंकित सिंह (19), पुत्री विनीता (28) और एक रिश्तेदार की पुत्री नीलम (22) मलबे में दब गए.

घटना के बाद जनता में सीमा सडक संगठन (बीआरओ) की कार्य प्रणाली के खिलाफ रोष बना हुआ है. जिलाधिकारी घिल्डियाल ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं. उपजिलाधिकारी युक्ता को जांच सोंपी गई है. उन्हें मामले में तकनीकी जांच के निर्देश दिए गए हैं और एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है.

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इस बीच, देहरादून में भी बीती रात हुई मूसलाधार बारिश से रिस्पना नदी में उफान आ गया और उससे लगे निचले इलाकों, शिवपुरी और भगतसिंह कालोनी में घरों में पानी भर गया. राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने इन इलाकों में पहुंचकर बचाव अभियान चलाया और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया. इसके अलावा, देहरादून के अन्य कई इलाकों जैसे नेहरू ग्राम और क्लेमेंटाउन से सटे इलाकों में भी जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पडा.

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