चंडीगढ़, छह अप्रैल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को कहा कि गेहूं की सुचारू खरीद पर राज्य सरकार के ऊंचे दावे बेनकाब हो गए हैं क्योंकि आठ लाख से ज्यादा किसान फसल पंजीकरण पोर्टल पर पंजीकृत नहीं करा पाए हैं।
हुड्डा ने कहा, ‘‘हर साल सरकार गेहूं खरीद मौसम के लिए ऊंचे-ऊंचे दावे करती है। इस साल भी एक अप्रैल से खरीद शुरू होते ही सरकार के दावे की पोल खुल गयी।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल 16 लाख किसानों के पंजीकरण के भार को संभाल नहीं सका और अब तक केवल आठ लाख किसान ही पंजीकरण करा पाए हैं क्योंकि पोर्टल का सर्वर ही बैठ गया। बाकी 50 प्रतिशत किसान कैसे गेहूं बेच पाएंगे।’’
राज्य में विपक्ष के नेता हुड्डा ने दावा किया कि किसानों के प्रति सरकार का रुख पूरी तरह नकारात्मक है क्योंकि पंजीकरण, फसल में नमी आदि के बहाने गेहूं की खरीद में देरी की जा रही है।
हुड्डा ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि किसानों ने केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार के तीनों कृषि कानूनों का विरोध किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अकेले हरियाणा में ही बीमा कंपनियों ने पिछले तीन वर्षों में फसल बीमा के 1,96,795 दावों को खारिज कर दिया।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)