अहमदाबाद, 24 मार्च कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सूरत की एक अदालत द्वारा 2019 में मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराये जाने के खिलाफ गुजरात के 19 जिला मुख्यालयों पर शुक्रवार को मौन विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने और दो साल की सजा देने के खिलाफ राज्य के सभी 33 जिलों में विरोध-प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी को लेकर 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में गुजरात के सूरत शहर की एक अदालत ने दोषी ठहराया तथा दो साल की सजा सुनाई है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच. एच. वर्मा की अदालत ने गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई। हालांकि, अदालत ने राहुल गांधी को जमानत भी दे दी और उनकी सजा पर 30 दिन के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता उसके फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकें।
वायनाड से लोकसभा सदस्य गांधी ने 2019 के आम चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में आयोजित जनसभा में कथित तौर पर कहा था, ‘‘कैसे सभी चोरों का उपनाम मोदी है?’’
कांग्रेस प्रवक्ता हिरेन बंकड़ ने कहा, ‘‘ गुजरात के 19 जिलों में कलेक्टर के कार्यालयाओं के बाहर मौन प्रदर्शन किया गया। हमने एक परिपत्र जारी कर जिला इकाइयों को राज्यों के सभी 33 जिलों में प्रदर्शन करने को कहा था।’’
उन्होंने बताया कि अन्य जिलों में शाम को प्रदर्शन किया जाएगा।
बंकड़ ने कहा कि कांग्रेस की सोमवार को भी प्रदर्शन करने की योजना है।
अदालत के आदेश के बाद शुक्रवार को गांधी को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया गया।
लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया कि उनकी अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा।
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