जरुरी जानकारी | तिलापिया मछली उत्पादन को बढ़ावा देना चाहती है सरकार
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. देश के समुद्री उत्पादों का निर्यात दोगुना करने के लिए तिलापिया मछली पर बड़ा दांव लगाते हुए सरकार ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत से सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत हैचरी स्थापित करने का आह्वान किया ताकि इन मछलियों के गुणवत्तापूर्ण बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित हो और उत्पादन बढ़े।
नयी दिल्ली, 10 नवंबर देश के समुद्री उत्पादों का निर्यात दोगुना करने के लिए तिलापिया मछली पर बड़ा दांव लगाते हुए सरकार ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत से सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत हैचरी स्थापित करने का आह्वान किया ताकि इन मछलियों के गुणवत्तापूर्ण बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित हो और उत्पादन बढ़े।
भले ही भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश है, लेकिन तिलापिया का उत्पादन एक लाख टन के वार्षिक उत्पादन के साथ अपनी शुरुआती अवस्था में है। तिलापिया मछलीपालन का काम 145 देशों में किया जाता है।
मत्स्य पालन सचिव जतिंद्र नाथ स्वाई ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत तिलापिया मछली के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए संसाधन हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘योजना तीन साल के लिए है। हम यह कोशिश करेंगे कि योजना इस पहल का समर्थन करना जारी रखे।’’
सचिव ने कहा कि तिलापिया मछली के उत्पादन को बढ़ावा देने में गुणवत्ता वाले बीज महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सचिव ने कहा कि यदि कोई उद्योग मछुआरों को गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने के लिए एक मॉडल तैयार करे तो सरकार उसे समर्थन देने के लिए तैयार है।
उन्होंने उद्योग से पूछा कि क्या पीपीपी मोड पर तिलापिया हैचरी स्थापित की जा सकती है?
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार तीन साल के लिए खरीद समर्थन दे सकती है और फिर वापस ले सकती है। यह काफी हद तक निजी क्षेत्र द्वारा किए गए निवेश की रक्षा करेगा।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)