देश की खबरें | सरकार मणिपुर में शांति बहाल करने, विस्थापितों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध : अमित शाह

इंफाल, 31 मई हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे के तीसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि सरकार मणिपुर में जल्द से जल्द शांति बहाल करने और सभी विस्थापित लोगों की उनके घरों में वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

शाह ने इंफाल और सीमावर्ती शहर मोरेह में शीर्ष अधिकारियों के साथ दिन में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और उन्हें हिंसा को रोकने तथा जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए लूटे गए हथियारों को बरामद करने के वास्ते सशस्त्र शरारती तत्वो के खिलाफ कड़ी और त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

गृह मंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया कि पहाड़ी क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और चुराचांदपुर, मोरेह और कांगपोकपी में आपातकालीन जरूरतों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा सुनिश्चित की जाएगी।

उन्होंने ट्वीट किया, “कांगपोकपी में एक राहत शिविर का दौरा किया और वहां कुकी समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। हम जल्द से जल्द मणिपुर में शांति बहाल करने और उनकी अपने घरों में वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

इंफाल में, शाह ने एक राहत शिविर का दौरा किया जहां मेइती समुदाय के सदस्य रह रहे हैं और मणिपुर को एक बार फिर से शांति और सद्भाव के रास्ते पर लाने और लोगों की जल्द से जल्द उनके घरों में वापसी सुनिश्चित करने के सरकार के संकल्प से अवगत कराया।

कांगपोकपी में, उन्होंने नागरिक संस्थाओं के साथ एक बैठक की। नागरिक संस्थाओं ने कहा कि वे मणिपुर में समुदायों के बीच सद्भाव बहाली में सरकार के साथ सक्रिय रूप से भाग लेने की इच्छुक हैं।

इससे पहले दिन में गृह मंत्री ने म्यांमा की सीमा से सटे मोरेह का दौरा किया और राज्य में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां समीक्षा बैठक की।

उन्होंने कुकी समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल और मोरेह में अन्य समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक दल से भी मुलाकात की और उन्होंने सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार की पहल के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया।

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “मणिपुर की अपनी यात्रा के तीसरे दिन, केंद्रीय गृह मंत्री ने मोरेह और कांगपोकपी का दौरा किया और नागरिक संस्थाओं के साथ व्यापक चर्चा की।”

इसमें कहा गया, “उन्होंने मोरेह में पहाड़ी जनजातीय परिषद, कुकी छात्र संगठन, कुकी चीफ्स एसोसिएशन, तमिल संगम, गोरखा समाज और मणिपुरी मुस्लिम परिषद के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सरकार की पहल के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया।”

कांगपोकपी में, शाह ने जनजातीय एकता समिति, कुकी इंपी मणिपुर, कुकी छात्र संगठन, थदौ इंपी और प्रमुख हस्तियों और बुद्धिजीवियों जैसे नागरिक संस्थाओं के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की।

उन्होंने आश्वासन दिया कि पहाड़ी क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और चुराचांदपुर, मोरेह और कांगपोकपी में आपातकालीन जरूरतों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा सुनिश्चित की जाएगी।

इसबीच, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सुरक्षा बलों से लूटे गए हथियार वापस करने की लोगों से अपील की और किसी भी व्यक्ति के पास अनधिकृत हथियार और गोला-बारूद पाये जाने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।

मुख्यमंत्री ने एक हस्ताक्षरित बयान में लोगों से सुरक्षा कर्मियों और राहत सामग्री की मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सड़कों को अवरुद्ध नहीं करने की भी अपील की।

सिंह ने कहा कि इस तरह की बाधाएं सुरक्षा और पुलिस कर्मियों के लिए सशस्त्र समूहों द्वारा हमलों का समय पर जवाब देना मुश्किल बना रही हैं।

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