नयी दिल्ली, 20 जनवरी : सरकार ने शनिवार को मीडिया घरानों और सोशल मीडिया मंचों को परामर्श जारी करके अयोध्या में 22 जनवरी को राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से संबंधित कोई भी गलत या हेरफेर की गई सामग्री के प्रकाशन के प्रति आगाह किया. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी किये गए परामर्श में कहा गया है कि यह देखा गया है कि कुछ असत्यापित, भड़काऊ और फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं, विशेष तौर पर सोशल मीडिया पर, जो सांप्रदायिक सद्भाव और लोक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं.
अयोध्या में रामलला के विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे. परामर्श में समाचार पत्रों, निजी सैटेलाइट टेलीविजन चैनल और डिजिटल मीडिया पर समाचार और समसामयिक मामलों के प्रकाशकों से ऐसी किसी भी सामग्री को प्रकाशित और प्रसारित करने से परहेज करने को कहा गया है जो झूठी या हेरफेर की गई हो सकती है या जिससे देश में सांप्रदायिक सद्भाव या लोक व्यवस्था बिगड़ने की आशंका हो. यह भी पढ़ें : PM Modi offers Prayers Video: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले भक्ति में डूबे पीएम मोदी तमिलनाडु के श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में की पूजा-अर्चना- VIDEO
परामर्श में कहा गया है, "इसके अलावा, सोशल मीडिया मंचों को उनके संबंधित दायित्वों के तहत, सलाह दी जाती है कि वे ऊपर उल्लिखित प्रकृति की सामग्री की जानकारी प्रदर्शित या प्रकाशित नहीं करने के लिए उचित प्रयास करें.’’