शैक्षणिक सत्र की भरपाई के लिए गोवा बोर्ड कम कर सकता है पाठ्यक्रम

कोरोना वायरस महमारी की वजह से विद्यालयों के बंद रहने के मद्देनजर गोवा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (जीबीएसएचएसई) 2020-2021 के लिए 10वीं एवं 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रमों को कम करने पर विचार कर रहा है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

पणजी: कोरोना वायरस महमारी की वजह से विद्यालयों के बंद रहने के मद्देनजर गोवा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (जीबीएसएचएसई) 2020-2021 के लिए 10वीं एवं 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रमों को कम करने पर विचार कर रहा है. जीबीएसएचएसई अध्यक्ष रामाकृष्णन सामंत ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि बोर्ड किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले प्रिंसिपल फोरम और गोवा हेडमास्टर एसोसिएशन के विचारों को ध्यान में रखेगा.

यह भी पढ़े | विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सीएम शिराज सिंह चौहान ने की मध्य प्रदेश पुलिस की सराहना: 9 जुलाई 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अगले कुछ दिनों में किसी फैसले पर पहुंचेंगे.’’राज्य में 2020-21 शैक्षणिक सत्र की शुरुआत जून के पहले सप्ताह से होनी थी लेकिन यह अब तक भी शुरू नहीं हो पाया है.

यह भी पढ़े | MP Cabinet Expansion: शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विभागों के बंटवारे में विलंब, विपक्ष के साथ अपनों ने उठाए सवाल.

पिछले महीने गोवा शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि तटीय राज्य में 31 जुलाई तक विद्यालय बंद रहेंगे. मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने घोषणा की थी कि कोविड-19 की वजह से शैक्षणिक सत्र को पहुंची क्षति की भरपाई के लिए सीबीएसई ने तर्कपूर्ण तरीके से शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए पाठ्यक्रमों को 30 फीसदी तक कम किया है.

महामारी पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश भर में कक्षाओं को बंद करने की घोषणा के बाद से ही पूरे देश में विश्वविद्यालय और स्कूलों में 16 मार्च से कक्षाएं बंद हैं. देशव्यापी बंद की घोषणा 24 मार्च को हुई. हालांकि बंद में कई तरह की रियायतें दी गई लेकिन स्कूल और कॉलेज अब भी बंद हैं.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\