देश की खबरें | गोवा विधानसभा ने कोविड-19 महामारी से जान गंवाने वाले लोगों को दीं श्रद्धांजलि

पणजी, 25 जनवरी गोवा विधानसभा में कोविड-19 महामारी की वजह से राज्य में जान गंवाने वाले पीड़ितों को पांच दिवसीय सत्र के दौरान सोमवार को श्रद्धांजलि दी गई।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब तक संक्रमण की वजह से 761 लोगों की मौत हो चुकी है। सत्र की शुरुआत राज्यपाल बी एस कोश्यारी के अभिभाषण से हुई। इसके बाद विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने राज्य सरकार द्वारा सत्र को छोटा किए जाने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया।

राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा अध्यक्ष राजेश पाटनेकर ने हाल में कोविड-19 की वजह से जान गंवाने वाली कई हस्तियों और लोगों जिक्र किया। सदन ने इसके बाद एक मिनट का मौन रखकर सभी पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।

राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विपक्षी पार्टी के कई सदस्य किसी भी तरह का शोर किए बिना खड़े हुए और सत्र छोटा किए जाने के खिलाफ तख्तियां दिखाईं। विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने कहा कि विपक्ष ने लंबे सत्र की मांग रखी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले साल सिर्फ पांच दिन के लिए मिले थे और इस बार सत्र सिर्फ चार दिनों (कामकाजी दिन) के लिए है।’’

दरअसल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर अवकाश है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे मुद्दें हैं, जिसे सदन में उठाए जाने की जरूरत है।

गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई और राकांपा के विधायक चर्चिल अलेमाओ ने कहा कि ‘गोवा को कोयला प्रबंधन के केंद्र के रूप में बदलने’ जैसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा होनी चाहिए थी।

कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फ्लेरियो ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखकर कोयले के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की अपील की है।

बाद में भाजपा विधायक ग्लेन टिकलो ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन प्रस्ताव पेश किया, जिसका भाजपा विधायक दयानंद सोप्ते ने समर्थन किया।

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