कच्चे तेल उत्पादन में कटौती पर करार को अंतिम रूप देने में जी 20 देशों का सहयोग
इससे गतिरोध दूर होने और उत्पादन कटौती के लिये तमाम तेल उत्पादक देश के बीच समझौता होने की संभावना बढ़ गई है। ओपेक की अगुवाई में विभिन्न देशों के बीच बनी सहमति में सिर्फ मेक्सिको ने अपनी सहमति नहीं दी थी। अब मैक्सिको के भी सहमत होने के बाद मई और जून में कच्चे तेल का उत्पादन एक करोड़ बैरल प्रतिदिन घटाया जा सकेगा।
मैक्सिको ने कहा कि उत्पादन में कटौती को लेकर उसकी अमेरिका के साथ सहमति बन गई है।
इससे गतिरोध दूर होने और उत्पादन कटौती के लिये तमाम तेल उत्पादक देश के बीच समझौता होने की संभावना बढ़ गई है। ओपेक की अगुवाई में विभिन्न देशों के बीच बनी सहमति में सिर्फ मेक्सिको ने अपनी सहमति नहीं दी थी। अब मैक्सिको के भी सहमत होने के बाद मई और जून में कच्चे तेल का उत्पादन एक करोड़ बैरल प्रतिदिन घटाया जा सकेगा।
जी-20 वार्ता कच्चे तेल के शीर्ष निर्यातक देश सऊदी अरब की अगुवाई में हुई। उम्मीद की जा रही है कि इस वार्ता से यह करार और व्यापक हो सकेगा और इसमें गैर ओपेक देश मसलन मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा भी शामिल होंगे।
इस बीच, मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रीज मैनुअल लोपेज ओब्रैडॉर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मेक्सिको उत्पादन में प्रतिदिन 1,00,000 बैरल की कटौती करेगा।’’ उन्होंने कहा कि ट्रंप ने उनसे संपर्क किया था।
ओपेक करार के तहत मेक्सिको को अपने उत्पादन में 4,00,000 बैरल प्रतिदिन की कटौती करनी थी। लेकिन मेक्सिको 1,00,000 बैरल प्रतिदिन की ही कटौती करना चाहता था।
लोपेज ने कहा कि ट्रंप ने इस बात पर सहमति दी है कि मेक्सिको की भरपाई के लिए अमेरिका अपने उत्पादन में 2,50,000 बैरल प्रतिदिन की कटौती करेगा।
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