Valentine's Day Gift: सदियों में चॉसर से चॉकलेट तक कैसे रहा वेलेंटाइन डे उपहार का सफर, जानें पूरी इतिहास
मेलबर्न, 13 फरवरी (द कन्वरसेशन) वैलेंटाइन डे के मौके पर कुछ जोड़े आपसी सनक में एक-दूसरे से लापरवाह हो जाते हैं, जिन्हें आधुनिक दुनिया में प्यार का पूंजीकरण निश्चित रूप से घिसा पिटा लग सकता है
मेलबर्न, 13 फरवरी (द कन्वरसेशन) वैलेंटाइन डे के मौके पर कुछ जोड़े आपसी सनक में एक-दूसरे से लापरवाह हो जाते हैं, जिन्हें आधुनिक दुनिया में प्यार का पूंजीकरण निश्चित रूप से घिसा पिटा लग सकता है. लेकिन वेलेंटाइन डे के मौके पर उपहार देने का चलन बहुत पुराना है. सैकड़ों वर्षों से लोग इस दिन को मनाते आ रहे हैं और प्यार के इजहार के रूप में उपहार देते आ रहे हैं. इस संदर्भ में हम सबसे पहले 14वीं शताब्दी के कवि, सिविल सर्वेंट और जिज्ञासु यूरोपीय यात्री जेफ्री चौसर की बात करते हैं। 1380 के दशक की चॉसर की कविता, द पार्लियामेंट ऑफ फाउल्स, को 14 फरवरी को प्यार के दिन के रूप में पहला संदर्भ माना जाता है. यह भी पढ़ें: हैप्पी किस डे! इन प्यार भरी Shayaris, WhatsApp Wishes, GIF Greetings, Photo SMS के जरिए शेयर करें अपनी फीलिंग्स
यह दिन पहले रोमन शहीद संत वैलेंटाइन का पर्व था, लेकिन चौसर ने इसे लोगों के लिए अपने प्रेमियों को चुनने के दिन के रूप में वर्णित किया। वह जानता था कि यह कहना आसान था करना नहीं.
कविता का वर्णनकर्ता प्रेम में असफल है, वह इस बात से निराश है कि जीवन इतना छोटा है और उसकी तुलना में अच्छी तरह से प्यार करना सीखने में कितना समय लग जाता है. वह सो जाता है और एक बगीचे का सपना देखता है जिसमें दुनिया के सभी अलग-अलग पक्षी इकट्ठे होते हैं.
कुदरत इकट्ठे हुए झुण्ड को समझाती है कि वे हर साल की तरह वैलेंटाइन डे पर उसके नियमों के अनुसार अपना साथी चुनने आए हैं. लेकिन यह प्रक्रिया भ्रम और बहस का कारण बनती है: पक्षी इस बात से सहमत नहीं हो पाते कि उसके नियमों का पालन करने का क्या मतलब है क्योंकि वे सभी अपने भागीदारों में अलग-अलग चीजों को महत्व देते हैं.
कानूनी और भावनात्मक महत्व
आज की तरह, चौसर के समय में भी उपहार देना एक बड़ा अनुष्ठान हुआ करता था और यह इरादे और प्रतिबद्धता का प्रतीक था. पुरानी और मध्य अंग्रेजी में ‘‘वेड’’ शब्द का मतलब किसी वादे की गारंटी देने के लिए किया जाता था. 13वीं शताब्दी में इसका मतलब "शादी" या एक विवाह समारोह हुआ.
इसी अवधि में विवाह को एक ईसाईकृत और अटूट प्रतिबद्धता (चर्च का एक संस्कार) में परिवर्तित होते देखा गया. गीतों, कहानियों और अन्य प्रकार की कलाओं में प्रेम की नई परम्पराओं का विकास हुआ.
इन सम्मेलनों ने भावनाओं के व्यापक सांस्कृतिक विचारों को प्रभावित किया: प्रेम पत्र लिखे गए, सेवा के भव्य कार्य मनाए गए, और प्रेम के प्रतीक दिए गए.
अंगूठियां, ब्रोच, करधनी (बेल्ट), दस्ताने, गौंटलेट (आस्तीन), रूमाल या अन्य व्यक्तिगत वस्त्र, कंघी, दर्पण, पर्स, बक्से, बर्तन और चित्र - और यहां तक कि मछली - मध्य काल के उत्तरार्द्ध में दिए जाने वाले रोमांटिक उपहारों के तौर पर रिकॉर्ड में मिलते हैं.
कहानियों में, उपहारों को जादुई शक्तियों से युक्त किया जा सकता है। 13वीं शताब्दी में, दुनिया के इतिहास में, रूडोल्फ वॉन एम्स ने दर्ज किया कि कैसे मूसा, जब घर लौटने के लिए बाध्य हुआ और अपनी पहली पत्नी थार्बिस, एक इथियोपियाई राजकुमारी, को छोड़ने के लिए बाध्य हुआ, तो उसने दो अंगूठियां बनाईं.
उसने थर्बिस को जो उंगूठी दी, वह उसे भूल जाने के लिए थी. दूसरी अंगूठी वह हमेशा पहनता था जिससे उसकी याद उसके दिमाग में हमेशा ताजा रहती थी. कहानियों के बाहर, उपहारों का कानूनी महत्व हो सकता है: शादी की अंगूठी, जो 13 वीं शताब्दी से महत्वपूर्ण है, यह साबित कर सकती है कि देने वाले और प्राप्तकर्ता के इरादे और सहमति के साथ शादी हुई थी.
प्यार करने की कला
चॉसर की तरह, 20वीं सदी के जर्मन मनोवैज्ञानिक एरिच फ्रॉम ने सोचा कि लोग प्यार करने की कला सीख सकते हैं. फ्रॉम ने सोचा कि प्रेम न केवल भौतिक चीजें देने का एक कार्य है, बल्कि किसी के आनंद, रुचि, समझ, ज्ञान, हास्य और दुख से भी जुड़ा है.
जबकि इन उपहारों में कुछ समय और अभ्यास लग सकता है, इतिहास से अधिक सीधे विचार हैं. औद्योगिक क्रांति के बाद से निर्मित कार्डों का बोलबाला हो गया है, जो फूल, आभूषण, अंतरंग परिधान और उपभोग्य सामग्रियों (अब अक्सर मछली की तुलना में चॉकलेट) जैसे अन्य पारंपरिक उपहारों के साथ अपना स्थान ले लेते हैं. उस अंतरंग स्पर्श के लिए सभी को वैयक्तिकृत किया जा सकता है.
बेशक, प्रेम उपहारों के अजीब उदाहरण हैं, जैसे कि एंजेलीना जोली और बिली बॉब थॉर्नटन ने चांदी के ऐसे पेंडेंट वाली माला का आदान-प्रदान किया, जो एक-दूसरे के खून से लिपटे हुए थे.
कलाकार डोरा मार तब बहुत परेशान हुई जब उसके कुख्यात बुरे प्रेमी पाब्लो पिकासो ने इस बात की शिकायत की कि उसे देने के लिए माणिक की एक अंगूठी के बदले में उसने अपनी एक पेंटिंग दे दी थी, उसने तुरंत उस अंगूठी को सीन में फेंक दिया. पिकासो ने उसे तत्काल एक दूसरी अंगूठी दी जो मार के पोट्रेट में दिखाई देती है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)