वाशिंगटन, चार दिसंबर अमेरिका में 33 वर्षीय एक भारतीय व्यक्ति ने कम्प्यूटर सुरक्षा सेवा देने के नाम पर कई अमेरिकी नागरिकों से धोखाधड़ी करने के मामले में अपना गुनाह कबूल लिया है।
यह व्यक्ति कम्प्यूटर में मालवेयर होने की बात कहकर सुरक्षा मुहैया कराने की पेशकश कर लोगों से पैसे ऐंठता था। कई बुजुर्ग इस धोखाधड़ी का शिकार बने।
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नयी दिल्ली के रहने वाले हिमांशु अस्री ने संघीय अदालत के समक्ष अपना गुनाह कबूल किया। अस्री ने माना कि उसने कम्प्यूटर में मालवेयर होने की बात कहकर सुरक्षा मुहैया कराने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी की।
अस्री ने स्वीकार किया कि भारत में कॉल सेंटर के जरिए उसने 325 लोगों से संपर्क किया और उनके कम्प्यूटर में मालवेयर होने की बात कही।
अमेरिकी के न्याय विभाग ने बताया कि जनवरी 2015 से जनवरी 2020 के बीच अस्री ने अन्य लोगों के साथ मिल कर 940,995 अमेरिकी डॉलर की धोखाधड़ी की।
टेली मार्केटिंग कॉल के जरिए लोगों से धोखाधड़ी करने के मामले में रोड आईलैंड की संघीय अदालत में पिछले तीन महीने में अस्री के अलावा तीन अन्य भारतीयों पर भी सुनवाई हुई है।
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