नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने कंपनियों के उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों के बीच अक्टूबर में अब तक भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 17,749 करोड़ रुपये डाले हैं। इसके अलावा कारोबार खुलने से भारतीय बाजारों के प्रति विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एक से 23 अक्टूबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 15,642 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान ऋण या बांड बाजार में उन्होंने 2,107 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 17,749 करोड़ रुपये रहा।
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सितंबर में एफपीआई ने 3,419 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि भारतीय बाजारों में एफपीआई का निवेश ऐसे समय आया है जबकि ज्यादातर उभरते बाजारों मसलन ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, ताइवान और थाइलैंड में 2020 में शुद्ध निकासी का सिलसिला देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि विदेशी निवेशकों का मानना है कि तात्कालिक के साथ-साथ दीर्घावधि में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में पर्याप्त तरलता की वजह से चिंताओं के बीच भारतीय शेयरों में एफपीआई का निवेश आ रहा है। इसके अलावा अर्थव्यवस्था के खुलने, कारोबारी गतिविधियां शुरू होने तथा उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से भारतीय बाजारों के प्रति विदेशी निवेशकों का आकर्षण बना हुआ है।’’
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