बुलंदशहर (उप्र), 19 जुलाई: जिले की स्याना तहसील के अंतर्गत नरसेना इलाके के मवई गांव में बुधवार तड़के एक निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई जबकि आठ लोग घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. हादसे की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. यह भी पढ़ें: Rajasthan Shocker: पत्नी के प्रेमी ने की पति की हत्या, लाश को 6 टुकड़ों में काटकर आम के पौधे के नीचे दफनाया
पुलिस के मुताबिक, मवई गांव के निवासी राजपाल सिंह का परिवार भू-तल पर सोया हुआ था, जब बुधवार तड़के करीब चार बजे पहले तल पर निर्माणाधीन छत का हिस्सा और उसकी ढलाई के लिए लगाया गया ढांचा (लेंटर) अचानक परिवार के ऊपर गिर पड़ा. हादसे में परिवार के 12 सदस्य मलबे में दब गए। हादसे की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू कराया.
जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाकर दबे हुए लोगों को बाहर निकाला गया. बचाव कार्य में आठ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया जबकि चार लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, मरने वालों में राजपाल, उनकी पत्नी सुनीता और दो बेटे शामिल हैं. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
बताया गया है कि राजपाल ने अपने पुराने घर की पहली मंजिल पर मंगलवार को लेंटर डलवाया डाला था, बारिश होने की वजह से लेंटर के गिरने से निर्माणाधीन दीवार का हिस्सा अचानक गिर गया. राजपाल के बेटे डालचंद ने बताया मंगलवार शाम सात बजे के करीब लेंटर डाला गया था. मलबे में बारह लोग दब गए थे जिनमें से आठ को बाहर निकाल लिया गया, बाकी की मौत हो गई.
जिला अधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने बताया स्याना तहसील के अंतर्गत नरसेना थाना इलाके के तहत मवई गांव में एक यह घटना हुई. राजपाल सिंह नामक व्यक्ति ने मंगलवार को अपनी छत की ढलाई के लिए लेंटर डलवाई थी, जो गिर गया और उसके कारण नीचे का हिस्सा भी गिर गया. घटना में राजपाल (52), उनकी पत्नी सुनीता (50), उनके दो बच्चे धर्मेंद्र (19) और कुलदीप (25) की मृत्यु हो गई.
सिंह ने बताया कि राहत बचाव कार्य पूरा कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया और घटना को लेकर संवेदना व्यक्त की तथा अधिकारियों को पीड़ित परिवार की हर संभव मदद का निर्देश दिया. सिंह ने बताया कि मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये और घर को हुई क्षति के लिए भी सहायता राशि दी जाएगी.
जिलाधिकारी ने बताया प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि मकान के भूतल वाला हिस्सा काफी पहले बना था. उसके ऊपर इन्होंने मंगलवार को पहला तल बनाकर छत की ढलाई करवाई थी और कल बरसात भी बहुत ज्यादा हुई थी. जिला अधिकारी ने बताया परिवार में कुल सोलह लोग थे. कुछ लोग नोएडा में रहकर मजदूरी का काम करते हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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